VRS पर गुप्तेश्वर पांडेय बोले- ये मेरा लोकतांत्रिक अधिकार, राजनीति में एंट्री पर कही ये बात
मंगलवार को गुप्तेश्वर पांडेय ने अचानक स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली. गृह विभाग ने इसकी जानकारी दी. बिहार के गृह विभाग द्वारा मंगलवार की देर शाम जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि राज्यपाल फागू चौहान ने पांडे के अनुरोध को मंजूरी दे दी है.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय (Ex. DGP Gupteshwar Pandey) ने मंगलवार को VRS यानी स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली. अब पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे हैं. इस बीच बुधवार सुबह गुप्तेश्वर पांडेय ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी राय जाहिर की.
गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मैंने वीआरएस ली है और ये मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है. 2 महीने से मेरा जीना मुश्किल था. रोज हजारों फोन आ रहे थे. इस्तीफा देने के सवाल पूछे जा रहे थे. मैं परेशान हो गया था. 34 साल की नौकरी में कोई भी दल या नेता मेरे पूर्वाग्रह से फैसले लेने पर सवाल नहीं खड़े सकता. 34 साल में कोई नहीं कह सकता कि किसी अपराधी के साथ मैंने कोई समझौता किया.
'बिहार की अस्मिता की लड़ाई के लिए लड़ा'
उन्होंने कहा, '50 से अधिक एनकाउंटर मैंने किए हैं. कोई ये नहीं कह सकता कि मैंने जाति या धर्म देखकर फैसला किया है. मुझ पर सवाल उठाए जाने लगे. सुशांत के केस से मेरे वीआरएस को जोड़कर देखा जा रहा जो बिल्कुल गलत है. मैंने सुशांत के बूढ़े बाप की मदद की. सुप्रीम कोर्ट ने बिहार पुलिस के फैसले को सही ठहराया. हमारे अधिकारियों के साथ बेइज्जती हुई तब मैंने हंगामा शुरू किया. बिहार की अस्मिता की लड़ाई के लिए मैं लड़ा.'
गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मैं बिहार की माटी का हूं. सेल्फ मेड आदमी हूं. मेरे परिवार में कोई जज नहीं, कोई अधिकारी नहीं. जमीन पर बैठकर पढ़ा हूं.
राजनीति में आने के कयासों पर...
राजनीति में आने के कयासों पर गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि पहले मैं लोगों से राय लूंगा फिर आगे फैसला लूंगा. मुझसे बक्सर, बेगूसराय, बगहा के लोग संपर्क कर रहे हैं. मुझ पर राजनीति का दवाब है लेकिन मैंने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है.
बता दें कि मंगलवार को गुप्तेश्वर पांडेय ने अचानक स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली. गृह विभाग ने इसकी जानकारी दी.
बिहार के गृह विभाग द्वारा मंगलवार की देर शाम जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि राज्यपाल फागू चौहान ने पांडे के अनुरोध को मंजूरी दे दी है. अपर पुलिस महानिदेशक जितेंद्र कुमार ने बताया कि भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एसके सिंघल (S K Singhal) को बिहार के पुलिस महानिदेशक के पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
सिंघल वर्तमान में महानिदेशक (होमगार्ड्स) के पद तैनात हैं. 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी पांडेय जल्द होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. पांडेय हाल में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत मामले में महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार के नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सरकार पर हमले को लेकर बिहार सरकार के बचाव के लिए सुर्खियों में रहे थे.
गुप्तेश्वर पांडेय ने 2009 में वीआरएस (VRS) लिया था और उस समय भी उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं थीं. गुप्तेश्वर पांडेय बिहार की बक्सर लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे. पांडेय को उम्मीद थी कि बक्सर से बीजेपी (BJP) के तत्कालीन सांसद लालमुनि चौबे (Lalmuni Chaubey) को पार्टी दोबारा से प्रत्याशी नहीं बनाएगी.
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