कैंसर पीड़ित युवा कोरोना मरीजों के लिए बना फरिश्ता, अस्पताल में ऐसे कर रहा है मदद
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कैंसर पीड़ित युवा कोरोना मरीजों के लिए बना फरिश्ता, अस्पताल में ऐसे कर रहा है मदद

अफाक का मानना है कि अगर इस महामारी में हम एक दूसरे की मदद करेंगे तो इसको हारने में हमें जरूर सफलता मिलेगी.

प्रतीकात्मक फोटो

श्रीनगर: कश्मीर में 31 साल का कैंसर पीड़ित युवक कोरोना वायरस (Coronavirus) के मरीजों की मदद के लिए फरिश्ता बनकर सामने आया है. यह युवक वॉलिंटियर्स जोड़कर मरीजों को खून दान करवाता है. इस युवक का नाम अफाक अहमद है. अफाक ने समाज के लिए एक मिसाल कायम की है. कैंसर पीड़त होकर भी अफाक दूसरों की मदद के लिए आगे आए हैं. श्रीनगर में बटामलू के बोनपोरा इलाके के रहने वाले अफाक को जब भी पता चलता है कि अस्पताल में किसी पीड़ित को खून की जरूरत है तो वो तुरंत उसके लिए खून का इंतजाम करवाते हैं.

  1. अफाक वॉलिंटियर्स जोड़कर मरीजों को खून दान करवाता है
  2. अफाक फंड और मुफ्त दवाइयां भी इकट्ठा करता है
  3. साल 2015 में अफाक को कैंसर की बीमारी हो गई थी

गौरतलब है कि अफाक खुद भी कभी खून दान किया करते थे. मगर साल 2015 में कैंसर का रोगी होने के बाद अफाक खून दान करने के योग्य नहीं रहे. लेकिन अब अफाक ने पूरी घाटी में करीब 150 वॉलिंटियर्स को अपने साथ जोड़ लिया है, जो खून दान करते हैं.

अफाक का कहना है कि जिस पीड़ा से वो गुजर रहे हैं, नहीं चाहते हैं कि कोई और भी इस दौर से गुजरे. इसीलिए जितना हो सके वह लोगों की मदद करने की कोशिश करते रहते हैं. 

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अफाक का मानना है कि अगर इस महामारी में हम एक दूसरे की मदद करेंगे तो इसको हारने में हमें जरूर सफलता मिलेगी.

अफाक के दोस्त राशिद खान बताते हैं कि आर्थिक तौर पर अफाक इतना मजबूत नहीं है. मगर उसके इरादे बेहद मजबूत हैं और यह अपने दोस्तों और जानने वालों की मदद लेकर फंड और दवाइयां भी इकट्ठा करता है. अफाक जरूरतमंदों को इस महामारी में मुफ्त में दवाइयां भी पहुंचाता है.

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