अर्नब गोस्वामी के खिलाफ दर्ज हुई चार्जशीट, पुलिस ने 65 लोगों को बनाया गवाह
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अर्नब गोस्वामी के खिलाफ दर्ज हुई चार्जशीट, पुलिस ने 65 लोगों को बनाया गवाह

2018 में आत्महत्या के लिए उकसाने वाले मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने अर्नब गोस्वामी के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है. अलीबाग की एक अदालत के समक्ष दायर इस चार्जशीट में पुलिस ने 65 लोगों को गवाह बनाया है. गोस्वामी के अलावा फिरोज शेख और नीतीश शारदा के नाम भी चार्जशीट में शामिल है.

फाइल फोटो।

मुंबई: महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) के खिलाफ 2018 के खुदकुशी के लिए उकसाने के मामले में चार्जशीट फाइल कर दी है. पुलिस ने ये चार्जशीट अलीबाग की एक अदालत के समक्ष दायर की है. 

चार्जशीट में 65 लोगों को बनाया गया गवाह
ये वही अदालत है जहां इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद को आत्महत्या के लिए कथित रूप से उकसाने का मामला दर्ज किया गया है. सरकारी वकील की ओर से बताया गया है कि चार्जशीट में गोस्वामी के अलावा फिरोज शेख और नीतीश शारदा के नाम आरोपी के रूप में लिए गए हैं. विशेष लोक अभियोजक प्रदीप घरात ने ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि चार्जशीट में 65 लोगों को गवाह बनाया गया है.

जांच रोकने के लिए अर्नब ने लगाई गुहार
बता दें कि रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी ने गुरुवार को बंबई हाई कोर्ट (Bombay High Court) के समक्ष एक अत्यावश्यक याचिका दायर कर 2018 के अनवय नाइक को खुदकुशी के लिए उकसाने के मामले में चार्जशीट दायर करने और आगे की जांच पर रोक लगाने की मांग की थी. लेकिन इस याचिका पर अभी सुनवाई नहीं हुई है.

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क्या था पूरा मामला?
गौरतलब है कि अलीबाग पुलिस ने अर्नब गोस्वामी, शेख और शारदा को उक्त मामले में 4 नवंबर को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उन्हें 11 नवंबर को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई थी. आरोप है कि अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद ने 2018 में आत्महत्या कर ली थी क्योंकि, गोस्वामी और अन्य दो आरोपियों की कंपनियों द्वारा द्वारा कथित तौर पर बकाए का भुगतान नहीं किया गया था. यह मामला 2019 में सबूतों के अभाव में बंद कर दिया गया था लेकिन इस साल मई में मामले को फिर से खोला गया था. इस पर गोस्वामी ने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र सरकार एक टीवी पत्रकार के रूप में उनके काम को लेकर उनके खिलाफ प्रतिशोध ले रही है.

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