'हस्तिनापुर' के निकट होगा देश की सबसे बड़ी फिल्‍म सिटी का निर्माण: CM योगी
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'हस्तिनापुर' के निकट होगा देश की सबसे बड़ी फिल्‍म सिटी का निर्माण: CM योगी

यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर-21 में लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर इसका विकास होगा. 

'हस्तिनापुर' के निकट होगा देश की सबसे बड़ी फिल्‍म सिटी का निर्माण: CM योगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी में अपूर्णता का कोई स्थान नहीं. यहां अधूरा कुछ नहीं होता. यह राम की अयोध्या, कृष्ण की मथुरा, शिव की काशी के साथ ही बुद्ध, कबीर और महावीर की भी धरती है. गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है. यह सभी पूर्णता के प्रतीक हैं. सर्वसुविधा से युक्त पूर्ण फिल्म सिटी का विकास कर उत्तर प्रदेश दुनिया को एक उपहार देगा. यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर-21 में लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर इसका विकास होगा. इसमें 220 एकड़ कमर्शियल एक्टिविटी के लिए आरक्षित होगा. यह मथुरा-वृंदावन से 60 और आगरा से 100 किमी की दूरी पर है. हम यहां फिल्म सिटी के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ 35 एकड़ में फिल्म सिटी पार्क भी विकसित करेंगें. यह क्षेत्र रेल और सड़क परिवहन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. एशिया का सबसे बड़ा जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट समीप ही है. यह भी शीघ्र तैयार हो जायेगा. इसे मेट्रो, रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम और हाई स्पीड ट्रेन से भी जोड़ने की योजना है.

मुख्यमंत्री मंगलवार को सिनेमा जगत की बड़ी हस्तियों से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा कि आपकी जरूरतों को पूरा करने वाला दिव्य और सर्वसुविधायुक्त पूर्ण फिल्म सिटी का विकास कर दुनिया को एक उपहार मिलेगा. इसके विकास के लिए आप सभी के सुझावों का स्वागत है.

फिल्म सिटी के लिए विस्तार के साथ कलाकारों से हुआ विचार-विमर्श
सीएम ने मंगलवार को अनुपम खेर, परेश रावल, उदित नारायण, नितिन देसाई, कैलाश खेर, अनूप जलोटा, अशोक पंडित, सतीश कौशिक सरीखे अनेक दिग्गजों के साथ प्रस्तावित फिल्म सिटी के स्वरूप पर विस्तार से विमर्श किया. योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा है. फिल्मों ने हमारी भारतीय संस्कृति से विश्व जगत को परिचित कराया है. यह समाज का दर्पण हैं. ऐसे में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने और स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में मॉडर्न फिल्म सिटी और इन्फोटेनमेन्ट जोन की स्थापना का निर्णय लिया है. इस दिशा में हमारे प्रयास अधिक उपयोगी, लाभदायक और व्यापक बन सके, इसके लिए हम पूरे फिल्म जगत से सुझाव आमंत्रित कर रहे हैं. संवाद के माध्यम से एक-दूसरे की आवश्यकताओं को समझने और उनकी पूर्ति करने का अवसर प्राप्त होता है.

वर्ल्ड क्लास सिविल व पब्लिक एमेनिटीज की स्थापना
फिल्म सिटी में वर्ल्ड क्लास सिविल व पब्लिक एमेनिटीज की स्थापना प्रस्तावित है. हमारा प्रयास रहेगा कि इसे सर्वोत्‍कृष्‍ट डेडिकेटेड इंफोटेनमेंट जोन के रूप में विकसित किया जाए. आने वाला समय ओटीटी व मीडिया स्ट्रीमिंग का है. इसके लिए हाई कैपेसिटी, वर्ल्ड क्लास डेटा सेंटर की स्थापना भी इंफोटेनमेंट जोन में की जाएगी. उन्होंने कहा कि हम कंटेंट डिस्ट्रीब्युशन के लिए स्मूथ व फुलप्रूफ व्यवस्था के साथ-साथ टैक्स एक्जेम्पशन की सुविधा पर भी विचार कर रहे हैं. सभी के सहयोग से यह फिल्म सिटी जल्द ही आकार लेगी.

यूपी भारतीय संस्कृति, सभ्यता और समृद्ध परंपरा का केंद्र
योगी ने कहा कि उप्र भारतीय संस्कृति, सभ्यता और समृद्ध परंपरा का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है. यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में जहां यह फिल्म सिटी विकसित करने का विचार है, वह भारत के ऐतिहासिक, पौराणिक इतिहास से सम्बद्घ है. यह हस्तिनापुर का क्षेत्र है. फिल्म सिटी सभी की उम्मीदों को पूरा करने वाली होगी. उप्र डेडिकेटेड इंफोटेनमेंट (फिल्म सिटी) जोन की स्थापना की कवायद शुरू हो गई है. मंगलवार की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अनेक सिने हस्तियों की मौजूद्गी में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुनवीर ने प्रस्तावित फिल्म सिटी के संबंध में एक प्रस्तुतिकरण भी दिया.

बॉलीवुड की हस्तियों ने कहा-योगी हैं तो यकीन है
उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित देश की सबसे खूबसूरत और सबसे बड़ी फिल्म सिटी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को फिल्म जगत की नामचीन हस्तियों के साथ खुलकर चर्चा की. इस दौरान फिल्म जगत की हस्तियों ने योगी की प्रशंसा की और कहा, योगी हैं तो यकीन है.

अभिनेता अनुपम खेर ने कहा, ‘आज का मौका उत्सव जैसा है. योगी जी की क्षमता पर सभी को भरोसा है. यूपी की फिल्म सिटी यूपी में तो होगी, लेकिन पूरी दुनिया इसे अपना मानेगी. यह ताजमहल की तरह ही दुनियाभर को आकर्षित करने वाली हो. इसकी स्थापना की पहली बैठक में आमंत्रित कर योगी जी ने हमें इतिहास में दर्ज कर दिया. योगी जी के इस सपने को साकार करने में अगर मैं भी भागीदार हो सका तो यह मेरा सौभाग्य होगा.’

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के चेयरमैन परेश रावल ने कहा, ‘फिल्म सिटी बनना बहुत स्वागत योग्य कदम है. योगी यह सपना पूरा भी करेंगे, मुझे विश्वास है. फिल्म पटकथा लेखन को लेकर योगी जी कोई प्रयास करें तो बहुत सहायता मिलेगी. यह रीजनल सिनेमा को भी पुनर्जीवन देने वाला आयाम सिद्ध होगा.’

उत्तर प्रदेश फिल्म बंधु अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव ने कहा, ‘मुझे हर्ष है, योगी जी ने फिल्म जगत को नया विकल्प देने की दिशा में कोशिश की है. यह छोटे-छोटे शहरों की अद्भुत प्रतिभाओं के हौसलों, सपनों को पंख देने वाला होगा. मैं हर समय, पूरी क्षमता के साथ सेवा के लिए प्रस्तुत रहूंगा. योगी जी को आभार, अभिनंदन.’

अभिनेता मनोज जोशी ने कहा कि यह अद्भुत और अनुपम प्रयास है. पंजाबी, बांग्ला, हिंदी सहित 12 भारतीय भाषाओं के फिल्मोद्योग का महाद्वार होगी यह फिल्म सिटी. इसे इको-फ्रेंडली बनाने की कोशिश हो. आज ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हिंदीपट्टी की कहानियां छाई हुई हैं.

गायक अनूप जलोटा ने कहा, ‘बहुत अभिनंदनीय प्रयास है. इसके लिए पूरी दुनिया के फिल्म सिटीज का अध्ययन किया जाना चाहिए. उनकी खूबियों, कमियों को समझना चाहिए. जरूरतों के लिहाज से सुविधाएं दी जाएं, यह दुनिया के लिए महत्वपूर्ण प्रयास है. मेरी शुभकामनाएं.’

गायक कैलाश खेर ने कहा, ‘आज जब योगी स्वयं नेतृत्व कर रहे हैं, तो कोई भी कार्य असाध्य नहीं है. दुनिया में फिल्म सिटी के नाम पर लाखों किले खड़े हैं, लोगों ने 70 साल में क्या हाल कर दिया कि घिन आती है, शर्म आती है. उत्तर प्रदेश देवताओं की पुण्यभूमि है. दुनिया को राह दिखाने वाली है. योगी जी की यह दुनिया भारतीय संस्कृति को पोषित करने वाली हो. कला साधकों को सम्मान मिले. ऐसा जरूर होगा, यह मेरा विश्वास है.’

निर्माता-निर्देशक सतीश कौशिक ने कहा, ‘यूपी शूटिंग फ्रेंडली जगह रही है. मैंने बहुत काम किया है यहां. आज का दिन पूरी दुनिया के कला क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है. योगी जी फिल्म जगत को एक नवीन विकल्प दे रहे हैं. आज जो प्रेजेंटेशन दिखाया गया, वह हमें एक बेहतर भविष्य की छवि दिखा गया.’

पाश्र्व गायक उदित नारायण ने कहा, ‘योगी जी ने बहुत कम समय में बहुत खूबसूरत काम किया है. ऐसे में फिल्म सिटी की घोषणा से हम सभी का उत्साहित होना लाजिमी है. मैं 40 साल फिल्म जगत का हिस्सा रहा हूं.’

गीतकार मनोज मुंतशिर ने कहा, ‘योगी जी ने करोड़ों प्रतिभाओं को पंख दे दिए. 75 साल से हिंदीपट्टी इसका इंतजार कर रही थी. यूपी की भाषा तो दुनिया में फैल गई, लेकिन यूपी की कहानियां नहीं सुनाई गईं. योगी जी से अनुरोध है कि एक फिल्म इंस्टीट्यूट और म्यूजिक इंस्टीट्यूट की स्थापना की दिशा में भी विचार करें. आल्हा- ऊदल, महामना मालवीय जैसे महामानवों से नई पीढ़ी को परिचित कराने की कोशिश हो. मुझे आज यूपी वाला होने पर बहुत गर्व है.’

तमिल सुपरस्टार रजनीकांत की बेटी, फिल्म निर्माता सौंदर्या ने कहा, ‘भारत में अब भी एनिमेशन इंडस्ट्री नहीं है. आज की फिल्मों में इसका बड़ा असर है. योगी जी, अगर इस दिशा में कोशिश हो, तो बड़ी सुविधा होगी. फिल्म सिटी की स्थापना की घोषणा के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बहुत बहुत धन्यवाद.’

(इनपुट- एजेंसी IANS)

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