नई दिल्ली: डॉक्टरों के वेतन के मुद्दे पर दिल्ली सरकार (Delhi Government) के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) ने कहा है कि भाजपा शासित एमसीडी (MCD) इस मामले में राजनीति कर रही है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री (Delhi CM Arvind Kejriwal)  के निर्देशानुसार वेतन मुद्दे पर तीनों एमसीडी के मेयर के साथ बैठक बुलाई थी, लेकिन कोई नहीं आया. हम बातचीत के जरिए समाधान निकाल सकते थे पर उनका ध्यान इस मामले का राजनीतिकरण करने पर ज्यादा है.


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'भाजपा सिर्फ राजनीति कर रही है'
सत्येंद्र जैन ने कहा, ' एमसीडी फंड की कमी के लिए दिल्ली सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है. भाजपा शासित एमसीडी पूरे दिल्ली में महंगे होर्डिंग्स और पोस्टर लगा रही, जो यह दिखाता है कि उसके पास पैसे की कोई कमी नहीं है. भाजपा एमसीडी में ठीक से काम करने और कर्मचारियों को समय से वेतन भुगतान करने की जिम्मेदारी ले, अन्यथा इस्तीफा देकर एमसीडी का पूरा कामकाज दिल्ली सरकार को सौंप दे.'


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज कहा कि डॉक्टरों के वेतन के मुद्दे पर एमसीडी की सत्ता में बैठी भाजपा सिर्फ राजनीति कर रही है.


उन्होंने कहा, 'मैंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आदेशानुसार वेतन मुद्दे पर बातचीत के लिए दिल्ली एमसीडी के तीनों मेयर को दोपहर 2 बजे मिलने का समय दिया था, लेकिन पूरा दिन गुजर जाने के बाद भी कोई मिलने नहीं आया. एमसीडी अगर डॉक्टरों के मुद्दे को लेकर गंभीर होती, तो वो बैठकर बात करती , लेकिन इनका मकसद सिर्फ राजनीति करने का है और इस बात की कोई परवाह नहीं है कि डॉक्टर्स को उनका वेतन मिल रहा है या नहीं.'



उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सप्ताह से दिल्ली एमसीडी के अधीन अस्पतालों के डॉक्टर्स और अन्य कर्मचारी अपने वेतन मिलने में हो रही देरी को लेकर धरने पर बैठे हैं. वहीं आज एमसीडी के मेयर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के सामने धरने पर बैठ गए और दिल्ली सरकार से पैसे की मांग करने लगे.


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केंद्र सरकार से करें मांग
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार सभी म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन को उसके अधिकार क्षेत्र में रहने वाले प्रति व्यक्ति के हिसाब से पैसा देती है, लेकिन वो दिल्ली के म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन को कोई पैसा नहीं दे रही है. दिल्ली के मेयर को चाहिए कि वो केंद्र सरकार से मांग करें कि दिल्ली एमसीडी को भी केंद्र सरकार द्वारा उनके हक के अनुदान के बकाया पैसे दिए जाएं. 


स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दिल्ली के एमसीडी पर दिल्ली सरकार का हजारों करोड़ बकाया है, जो एमसीडी को चुकता करना है. दिल्ली एमसीडी केंद्र सरकार से पैसे नहीं मांगती है, जबकि केंद्र और एमसीडी दोनों में भाजपा की ही सरकार है.


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'एमसीडी अपने सिस्टम को सही से नहीं चला पा रही'
उन्होंने आगे कहा, 'एमसीडी ने पूरी दिल्ली में होर्डिंग्स और पोस्टर्स लगाए हुए हैं और इन सब पर मोटा पैसे खर्च करती है. एमसीडी में फैले भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलते हुए मंत्री ने कहा कि एमसीडी के अंदर बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार है, इनके पास जितना भी पैसा हो, सारा भ्रष्टाचार में खत्म हो जाता है. उन्होंने कहा कि एमसीडी अपने सिस्टम को सही से नहीं चला पा रही है. हाउस टैक्स का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अगर 2500 करोड़ इकट्ठा करना होता है, तो उसमें से सिर्फ 1000 करोड़ इकठ्ठा करते हैं और बाकी के 1500 करोड़ आपस में बांट लेते हैं. एमसीडी अपना काम सही से नहीं करती है और दिल्ली सरकार से पैसा मांगती है. दिल्ली सरकार को जो भी पैसा देना था, वो पहले ही दिया जा चुका है.'


सत्येंद्र जैन ने कहा कि इन सारे मुद्दों का हल यही है कि एमसीडी अपना सिस्टम ठीक करके वहां से भ्रष्टाचार खत्म करे और अगर ऐसा करने में असमर्थ हैं, तो फिर दिल्ली सरकार के हवाले कर दे. हम सिस्टम ठीक कर के सारे अस्पताल अच्छे से चला भी लेंगे और डॉक्टरों को समय पर उनका वेतन भी दे देंगे.


सतेंद्र जैन ने कहा कि अगर एमसीडी के पास पैसे नहीं हैं, तो केंद्र सरकार से मदद मांगनी चाहिए. इसमें अगर एमसीडी को दिल्ली सरकार का सहयोग चाहिए तो हम उनको सहयोग देने के लिए तैयार हैं और उनके साथ मिल कर केंद्र सरकार से बात करने के लिए तैयार हैं.


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