राजस्थान: मंत्री धारीवाल ने किया ठोस कचरा निस्तारण प्लांट का लोकार्पण,जर्मन तकनीक पर बना है प्लांट
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राजस्थान: मंत्री धारीवाल ने किया ठोस कचरा निस्तारण प्लांट का लोकार्पण,जर्मन तकनीक पर बना है प्लांट

धारीवाल ने खेतावास में नवनिर्मित ठोस कचरा निस्तारण प्लांट का लोकार्पण किया, इस प्लांट को जर्मन तकनीक से बनाया गया है. इस प्लांट से कचरा निस्तारण के साथ ईट,ईधन और जैविक खाद भी बन सकेगा.

शांति धारीवाल ने ठोस कचरा निस्तारण पर जोर  दिया

सुभाष रोहिसवाल,पाली: स्वायत्त शासन एवं नगर परिषद मंत्री शांति धारीवाल शुक्रवार को पाली दौरे पर रहे। इस दौरान धारीवाल ने खेतावास में नवनिर्मित ठोस कचरा निस्तारण प्लांट का लोकार्पण किया, इस प्लांट को जर्मन तकनीक से बनाया गया है. इस प्लांट से कचरा निस्तारण के साथ ईट,ईधन और जैविक खाद भी बन सकेगा.इस मौके पर शांति धारीवाल ने प्रदुषण की समस्या को गंभीर बताते हुए इसके समुचित निस्तारण पर जोर दिया.

अपने आयोजित कार्यक्रम में धारीवाल ने कहा कि पाली शहर में क्षतिग्रस्त सड़कों को दूरस्त कराने के लिए राज्य सरकार ने 60 लाख की राशि प्रथम किश्त के रूप में जारी की है। 12 करोड़ की लागत से बना ये ओलान्त राज्य में पहला प्लांट है जो जर्मन तकनीक पर बना है। उन्होंने कहा कि पाली नगर परिषद क्षेत्र में विकास के कार्य लगातार हो रहे है। हाल ही में अतिवृष्टि से शहर की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई थी, उन्हें दुरस्त करवाने के लिए प्रथम किश्त आवंटित की गई। उसके बाद भी विकास कार्यों के लिए सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। पाली में अतिवृष्टि के समय शहर में पानी भराव की समस्या को दूर करने के लिए राज्य स्तरीय तकनीकी समिति के सदस्यों को भेजकर निरीक्षण करवाया जाएगा।  

वहीं मंत्री धारीवाल ने कहा कि पाली में प्रदूषण की गंभीर समस्या है, सरकार पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास कर रही है, परन्तु इसके स्थाई समाधान की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जर्मनी तकनीक से स्थापित इस प्लांट में कचरे का निस्तारण होने के साथ-सार्थ ईधन ,ईट और जैविक खाद भी बनेगी। हर शहर में स्वच्छता के लिए इस तरह के प्लांट होना जरूरी है ताकि कचरे का सही रूप से निस्तारण हो सके। उन्होंने पाली नगर परिषद क्षेत्र में चल रही 24 घंटे पानी देने की योजना और एसटीपी सीवरेज का कार्य को तय समय सीमा में पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश 
भी दिए।  

उन्होंने कहा कि पाली में पेयजल की समस्या के निदान के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर जवाई पुर्नभरण योजना पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने राजीव विहार में शेष भूखण्डों का आवंटन कर उसे विकसित करने की दिशा में नगर परिषद को विकास कार्य करने को भी कहा। सरकार किसी दल की हो लेकिन विकास के कार्य बिना भेदभाव से कर लोगों को राहत प्रदान करने की जिम्मेदारी नगर निकाय की रहेगी। उन्होंने कहा कि विकास के लिए बेहतर कार्य करने वाले और ईमानदार जनप्रतिनिधियों का चुना जाना भी जरूरी है।

 

वहीं नगर परिषद सभापति महेन्द्र बोहरा ने बताया कि 12 करोड़ की लागत से बना सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम राज्य में पाली में बना जर्मनी तकनीक का पहला प्लांट है जिसमें 250 टन कचरे का  निस्तारण किया जाएगा। पाली शहर में वर्तमान में 100 टन कचरे का संग्रहण हो रहा है परन्तु आगामी 30 वर्षों में कचरें को देखते हुए प्लांट का निर्माण करवाया गया है। जिसमें वेडिंग मशीन भी लगाई गई है। यहां कचरे से ईधन, ईट, जैविक खाद के साथ-साथ निकलने वाले पानी का उपयोग फलदार पौधों और उद्यानों के विकास में लाभदायक होगा और प्लांट सुगंधित भी रहेगा। उन्होंने बताया कि पाली स्मार्ट सिटी योजना में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति के लिए 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है और 5 हजार घरों में कनेक्शन दे दिए गए है। सीवरेज के कार्य भी तय समय सीमा में किया जाएगा। अपराध से मुक्ति के लिए में शहर में 101 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है, शेष 399 कैमरें भी लगाने का काम जारी है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में पाली पहले स्थान पर और स्वच्छता में 11वें स्थान पर रहा है।
   
 

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