चक्रवात 'वायु' से निपटने को तैयार है गुजरात, अलग-अलग एयरबेस पर तैनात हैं हेलीकॉप्टर
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चक्रवात 'वायु' से निपटने को तैयार है गुजरात, अलग-अलग एयरबेस पर तैनात हैं हेलीकॉप्टर

गुजरात में अलग-अलग एयरबेस पर लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर और माध्यम लिफ्ट हेलीकॉप्टर स्टैंडबाई है. हेलीकॉप्टर को आपदा से निपटने वाले उपकरणों से लैस किया गया है. 

चक्रवात 'वायु' से निपटने को तैयार है गुजरात, अलग-अलग एयरबेस पर तैनात हैं हेलीकॉप्टर

अहमदाबाद: चक्रवात 'वायु' के गुजरात के वेरावल-द्वारका के पास से गुजरने का अनुमान है. IMD के जयंत सरकार ने बताया कि फ़िलहाल चक्रवात 'वायु' पोरबंदर से 360 किलोमीटर दूर है. चक्रवात 'वायु' की हाल की स्थिति देखते हुए लग रहा है कि यह 13 जून को दोपहर तक गुजरात पहुंचेगा. वायु साइक्लोन की तीव्रता 150 से 160 किमी प्रति घंटा की रहेगी. वहीं, राज्य के वेरावल बन्दरगाह पर आ रही एक फिशिंग बोट तेज हवाओ के कारण टूट गई. बोट में बैठे 5 मछुआरों को बचाने के लिए छोटी नाव का सहारा लिया गया. 

वहीं, गांधीनगर में एसटी बसों ने 271 ट्रिप के माध्यम से 10,419 पर्यटकों को वापस भेजा. सोमनाथ से सबसे ज्यादा 5854 यात्रियों को 151 बसों की ट्रिप द्वारा सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया. लोगों को समंदर के किनारे जाने से साफ मना किया गया है. राज्यमंत्री विभावरी बेन दवे को भावनगर जिले की जिम्मेदारी दी गयी है. विभावरी दवे ने डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम से मुलाकात की. NDRF की दो टीम और आर्मी की टीम भावनगर के लिए बुला ली गयी है.

 

कच्छ में भी चक्रवात 'वायु' का असर देखा जा रहा है. मांडवी के समंदर में तेज लहरों का उठना शुरू हो गया है. गुजरात में वायु चक्रवात आज मध्य रात्रि को पोरबंदर ओर दीव के बीच टकराएगा. कुल NDRF की 35 टीम स्टैंडबाई पर हैं. जामनगर, दीव, वेरावल, पोरबंदर, भावनगर, द्वारका, कच्छ और अमरेली जिलों में ज्यादा खतरा है. यहां हवाएं 140 से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी. प्रभावी स्थल पर 12 और 13 जून को शैक्षणिक कार्य बंद रखने का आदेश दिया गया है. 

गुजरात में अलग-अलग एयरबेस पर लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर और माध्यम लिफ्ट हेलीकॉप्टर स्टैंडबाई है. हेलीकॉप्टर को आपदा से निपटने वाले उपकरणों से लैस किया गया है. एनडीआरएफ की टीमों को वायु सेना के C17 विमान के माध्यम से गुजरात भेजा गया है. 3 लाख लोगों को स्थानांतरित करने का आदेश दिया है, जिनमें से 124701 लोगों को स्थानांतरित कर दिया गया है. वहीं, सौराष्ट्र की सभी ट्रेन और सभी फ्लाइट रद्द कर दी गई हैं. एनडीआरएफ की 33, एसडीआरएफ की 9, आर्मी की 11 और एसआरपी की 14 टीमें तैयार की गई हैं. वहीं, रिज़र्व में एनडीआरएफ की 3, एसडीआरएफ की 2 और आर्मी की 23 टीमें रखी गई हैं.

इमरजेंसी के लिए रेलवे द्वारा 6 से 10 डिब्बों की ट्रेन तैयार रखी गई है. गांधीधाम, पोरबंदर, भावनगर, वेरावल और ओखा में एक-एक स्पेशल ट्रेन भी चलवाई जायगी. वहीं, मुख्यमंत्री विजयभाई रुपाणी ने संभावित वायु तूफ़ान के मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों से विनती कर सुरक्षित स्थलों पर जाने में प्रशासन का सहयोग करने को कहा है. समुद्र तट से 10 किलोमीटर के दायरे में आते इलाकों को फ़ौरन बिना किसी सवाल के खाली करवा कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाए और साथ ही अपने जानवरों को बांध कर ना रखने के लिए भी कहा है. 

सभी जिला कलेक्टर को भी इस शिफ्टिंग को दोपहर तीन बजे से पहले पूर्ण करने को कहा गया है. अभी तक कुल 1 लाख 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है और बचे 2 लाख 90 हजार लोगो को दोपहर तीन बजे तक शिफ्ट कर लिया जायगा. मुख्यमंत्री विजयभाई रुपाणी ने बताया कि आधी रात को वायु तूफान गुजरात के समुद्र तटों से टकराएगा जिसमें हवा की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. पर इसकी गति 150 किलोमीटर प्रति घंटा होने की संभावना है. साथ ही समुद्र की लहरें भी 7-8 फुट ऊंची उछल रही है. मुख्यमंत्री विजयभाई रुपाणी ने शिफ्टिंग में थोड़ा कड़ा रवैया अपनाने का आदेश भी दिया है.

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