हरियाणा: चुनाव से पहले चौटाला परिवार को एकजुट करने के लिए खाप ने संभाला मोर्चा
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हरियाणा: चुनाव से पहले चौटाला परिवार को एकजुट करने के लिए खाप ने संभाला मोर्चा

हरियाणा में विधानसभा चुनाव बिल्कुल नजदीक है, उम्मीद है कि अगले 15 दिनों के अंदर चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाए. ऐसे में एक तरफ जहां सत्तासीन पार्टी यानी बीजेपी मिशन 75 पार का नारा देकर प्रचार में जुटी है, तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की जनता की निगाहें हरियाणा के दो बड़े राजनीति परिवारों पर भी लगी हुई है. इन दोनों परिवारों में पहला परिवार है चौटाला परिवार और दूसरा परिवार है भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिवार पर. 

दिग्विजय चौटाला और अभय चौटाला (फाइल फोटो)

हिसार: हरियाणा में विधानसभा चुनाव बिल्कुल नजदीक है, उम्मीद है कि अगले 15 दिनों के अंदर चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाए. ऐसे में एक तरफ जहां सत्तासीन पार्टी यानी बीजेपी मिशन 75 पार का नारा देकर प्रचार में जुटी है, तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की जनता की निगाहें हरियाणा के दो बड़े राजनीति परिवारों पर भी लगी हुई है. इन दोनों परिवारों में पहला परिवार है चौटाला परिवार और दूसरा परिवार है भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिवार पर. 

दरअसल, चौटाला परिवार पिछले कुछ दिनों से दो रास्तों पर निकला हुआ है. पहला है इनेलो का जिसकी कमान ओमप्रकाश के छोटे बेटे अभय सिंह के हाथ में है, तो दूसरा है डॉ. अजय सिंह के बेटे और हिसार से पूर्व सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला द्वारा बनाई गई जन नायक जनता पार्टी यानि जेजेपी. 

जेजेपी बनने से पहले ये सभी इनेलो में ही थे, इनेलो की अगुवाई जेल जाने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश करते थे. प्रदेश के लोगों की नजरें इस पर इसलिए है क्योंकि दोनों के रास्ते एक करने के लिए खाप पंचायत मध्यस्ता के लिए आगे आई है. अगर ऐसा हो जाता है, तो हरियाणा के सियासी माहौल की यह बड़ी करवट होगी.

हुड्डा हैं नाराज
खाप अकेले इन दोनों को एक करने के लिए नहीं लगी है, बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी महागठबंधन में साथ जोडऩे के लिए प्रयासरत है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर नजरें इसलिए हैं क्योंकि वह प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव चाहते है. बकायदा चर्चाएं तो उनके द्वारा पार्टी छोडऩे तक आ गई थी, लेकिन उस दौरान भूपेंद्र सिंह हु्ड्डा ने कमेटी बना दी थी. मंगलवार को  दिल्ली में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कमेटी सदस्यों के साथ मुलाकात होनी है और अगला फैसला लिए जाने की संभावना है. चर्चा है कि जिस प्रकार से खाप महागठबंधन की बात कह रही है, तो हो सकता है भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी उनके साथ आए जाएं. हालांकि ऐसी ये चर्चाएं है, लेकिन हुड्डा का फैसला क्या रहता है यह अभी भविष्य के गर्भ में ही है. 

आज तेजा खेड़ा फार्म पहुंचे है खाप नेता
खाप नेता चौटाला परिवार को राजनीतिक तौर पर एक करने के लिए लगातार प्रयासरत है. इसी कड़ी में मंगलवार को भी खाप प्रतिनिधि सिरसा के तेजा खेड़ा फार्म पर पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से मुलाकात करने के लिए पहुंचे है. खाप नेता रमेश दलाल ओमप्रकाश से मिलने आए हैं. ओमप्रकाश अपनी धर्मपत्नी स्नेहलता के देहांत के बाद पैरोल लेकर जेल से बाहर आए थे. कहा जा रहा है कि खाप प्रतिनिधियों का यहां पहुंचने का मकसद चौटाला परिवार को एकजुट करने और हरियाणा में महागठबंधन की दिशा को आगे बढ़ाना है. 

इससे पहले की अगर बात करे तो खाप नेता रमेश दलाल ने पहले कहा था कि 26 अगस्त को भी खाप प्रतिनिधियों की अभय चौटाला से मुलाकात हुई थी. उनकी कोशिश यह है कि चौटाला परिवार एक हो जाएं. इसके साथ ही खाप हरियणा में विपक्षी दलों को महागठबंधन में लाना चाहती हैं, ताकि हरियाणा से नया संदेश देश को मिले. 
 
अभय सिंह चौटाला खाप की हुई थी मुलाकात
इनेलो नेता अभय सिंह से खाप नेताओं की नई दिल्ली में स्थित मीना बाग वाले आवास पर मुलाकात हो चुकी है. खाप नेताओं ने ही चौटाला के समक्ष परिवार में आई खटास को मिटाने और दोनों में सुलह करवाते हुए इनेलो, जजपा के बीच गठबंधन की बात कही. मुलाकात के बाद इनेलो नेता अभय चौटाला का बयान भी आया. उन्होंने कहा कि खाप पंचायतों और समाज का फैसला मंजूर है. अभय ने कहा कि उन्होंने दोनों परिवारों के एक होने का फैसला अजय सिंह पर छोड़ा है. क्योंकि जब अजय सिंह जेल से आए थे, तब भी उन्होंने कहा था कि आप एक बार सार्वजनिक तौर पर अपनी जुबान से कहो, अभय को यह करना हैं, मैं वह करने के लिए तैयार हूं. मेरी तरफ से न पहले कोई अड़चन थी, न आज है और न आगे रहेगी

दुष्यंत चौटाला की आज होनी है पिता से मुलाकात
खाप नेताओं ने जब अभय सिंह से मुलाकात की थी, तो उसके बाद एक पत्र दुष्यंत चौटाला के नाम भी भेजा था. जिसमें खाप नेताओं ने अपने निर्णय से दुष्यंत को अवगत करवाते हुए इसे बारे में विचार करने को कहा था. खाप पंचायतों ने दुष्यंत चौटाला को 4 तारीख तक का समय दिया हुआ है. उसके बाद दुष्यंत का भी बयान यह आया था कि इस बारे में वो अपने पिता डॉ. अजय सिंह और संगठन के लोगों तथा प्रमुख कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे. दुष्यंत की अपने पिता अजय सिंह से मुलाकात आज 3 सितंबर को होनी है. कल दुष्यंत अमृतसर में थे, बताया जा रहा है कि सुबह के वक्त वो चंडीगढ़ आ गए थे. ऐसे में अब नजरे दुष्यंत चौटाला की तिहाड़ में आज अपने पिता डॉ. अजय सिंह से होने वाली मुलाकात पर है. 

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