कुमारस्वामी ने कहा कि, अगर कोई किसी भी तरह से कानून का उल्लंघन करते हैं और अवैध गतिविधियों का समर्थन करते हैं तो हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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नई दिल्ली: श्रीराम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक द्वारा पत्रकार गौरी लंकेश मामले में दिए गए आपत्तिजनक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि वह इस बारे में कुछ नहीं बोलना चाहते, फिर चाहे वह प्रमोद मुतालिक हों या कोई और अगर किसी भी तरह से कानून का उल्लंघन करते हैं या अवैध गतिविधियों का समर्थन करते हैं तो हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे.
बता दें प्रमोद मुतालिक ने रविवार (17 जून) को एक कार्यक्रम में कहा था, 'कांग्रेस के शासन के दौरान दो हत्याएं कर्नाटक में हुईं और दो महाराष्ट्र में. उस दौरान किसी ने कांग्रेस सरकार की नाकामयाबी पर सवाल नहीं उठाए. इसके बदले, वे लोग पूछ रहे हैं कि गौरी लंकेश की हत्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों चुप हैं? अगर कर्नाटक में कोई कुत्ता भी मरता है तो क्या मोदी जिम्मेदार हैं?'
मुतालिक की इस बयान कांग्रेस ने भी आलोचना की. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने भी मुतालिक के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा, एक पत्रकार की तुलना कुत्ते से करना बहुत घटियापन है. जिसके बाद अब सीएम कुमार स्वामी ने भी न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए बयान में कहा कि, अगर कोई किसी भी तरह से कानून का उल्लंघन करते हैं और अवैध गतिविधियों का समर्थन करते हैं तो हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
I don't want to say anything. Whether Muthalik or anyone, if he or she violates the law & supports illegal activities, we are going to take strict action against them: HD Kumaraswamy, CM of Karnataka on Pramod Muthalik's controversial comment regarding Gauri Lankesh murder case. pic.twitter.com/uPejjN9i6v
— ANI (@ANI) June 18, 2018
पिछले साल सितंबर में हुई थी गौरी लंकेश की हत्या
पिछले साल पांच सितंबर को 'लंकेश पत्रिका' की संपादक गौरी लंकेश (55) की बेंगलुरु शहर के उपनगरीय इलाके में स्थित उनके आवास पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस के अनुसार, अज्ञात हमलावरों ने कुल सात गोलियां मारी जिनमें तीन (दो छाती और एक माथे पर) गौरी को लगीं थीं. हालांकि मुतालिक ने सोमवार (18 जून) को स्पष्टीकरण दिया कि वह गौरी लंकेश की तुलना कुत्ते से नहीं करना चाहते थे, वह केवल इतना जानना चाह रहे थे कि प्रधानमंत्री को हर मौत (राज्य में होने वाली) पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए या नहीं.
एसआईटी कर रही है मामले की जांच
पत्रकार एवं कार्यकर्ता गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच विशेश जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जा रही है. एसआईटी ने 15 जून को बताया था कि परशुराम वाघमारे ने गौरी की हत्या को अंजाम दिया था. परशुराम वाघमारे गौरी लंकेश की हत्या के संबंध में गिरफ्तार किए गए छह संदिग्धों में से एक है. एसआईटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी कहा कि गौरी, गोविंद पंसारे और एम एम कलबुर्गी को गोली मारने के लिए एक ही हथियार का इस्तेमाल किया गया था. नाम उजागर न करने की शर्त पर एसआईटी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “वाघमारे ने गौरी को गोली मारी और फॉरेंसिक जांच से पुष्टि होती है कि (तर्कवादी) गोविंद पंसारे, एम एम कलबुर्गी और गौरी की हत्या एक ही हथियार से की गई.”