झुंझुनूं के युवाओं की पहल, इस तरह सबके लिए खास बनाएंगे दिवाली
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झुंझुनूं के युवाओं की पहल, इस तरह सबके लिए खास बनाएंगे दिवाली

आपको बता दें कि इससे पहले भी बेसहारा नंदी और गायों की सेवा के लिए दोनों महिलाओं की अगुवाई में उत्साही महिलाओं के साथ काम किया जा रहा है.

झुंझुनूं के युवाओं की पहल, इस तरह सबके लिए खास बनाएंगे दिवाली

संदीप केडिया, झुंझुनूं: राजस्थान के झुंझुनूं की दो महिलाओं के संयोजन में महिलाओं की टीम अब पौधों की सार संभाल करेंगी. वहीं झुंझुनूं में नेकी की रसोई और नेकी की दीवार संचालित करने वाले युवा डीएन कुमावत ने तय किया है कि वो इस दिवाली झुग्गी में रहने वाले बच्चों और महिलाओं को ना केवल नए कपड़े उपलब्ध करवाएंगे, बल्कि पूजन से लेकर मिठाई खाने और पटाखे फोड़ने तक की सभी खुशियां उन्हें देंगे. 

यदि आपके पास पड़ौस में कोई पौधा या फिर पेड़ लगा हुआ है और वह किसी भी कारणवश दम तोड़ रहा है तो अब घबराने की जरूरत नहीं है. शहर की दो सहेलियों की पहल पर अब इस 'संकट' का 'मोचन' हो जाएगा. युवा कार्यकर्ता अंकुर मोदी ने बताया कि महिला सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट उषा केडिया और सपना राणासरिया के नेतृत्व में यह नया कार्यक्रम शहर के लिए शुरू किया जा रहा है. 

जिसके तहत पेड़-पौधों की सार संभाल करने वाले अनुभवी लोगों की टीम तैयार की जा रही है. जो एक कॉल पर ही संबंधित जगह पर पहुंचेंगे और पौधे की सार संभाल करेंगे. मोदी ने बताया कि महिला सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट केडिया तथा राणासरिया के मन में दम तोड़ते पौधे-पेड़ों की सार संभाल के लिए यह ख्याल आया है. जिसे धरातल पर लाने की कोशिश की जा रही है. 

आपको बता दें कि इससे पहले भी बेसहारा नंदी और गायों की सेवा के लिए दोनों महिलाओं की अगुवाई में उत्साही महिलाओं के साथ काम किया जा रहा है. बहरहाल, इसके लिए बिना कोई प्रचार प्रसार के लिए फिलहाल सोशल मीडिया पर कुछ मोबाइल नंबर वायरल किए जा रहे है. जिनमें 9828014455, 9460739416, 6350007981, 9828268888 और 8440953555 नंबर शामिल है. जिस पर कोई भी शहरवासी कॉल कर अपने पास पड़ौस के दम तोड़ते पेड़-पौधों के बारे में जानकारी दे सकता है. साथ ही आगे की प्लानिंग के तहत इस पर भी चर्चा की जा रही है कि जो सघन पौधारोपण किया जाता है. इन पौधारोपण स्थलों पर नियमित रूप से सार संभाल कर सभी पौधों को जीवित रखा जा सके.

देवकी की नई 'धुन' : 'खास' के साथ 'खुश' दिवाली
इस बार शहर के पास पड़ौस और शहर की झुग्गी झोंपड़ी में रहने वाले बच्चे केवल दिवाली के दिन आसमान में पटाखे देखकर खुश नहीं होंगे बल्कि वे भी नए कपड़े पहनेंगे और सज-संवरकर पूजा अर्चना में हिस्सा लेंगे. साथ ही पटाखे भी फोड़ेंगे. नेकी की दीवार और नेकी की रसोई का संचालन करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता डीएन कुमावत ने इस बार दिवाली को खास बनाने के लिए मुहिम छेड़ रखी है. 

सोशल मीडिया के जरिए वो आमजन से बच्चों के लिए एक जोड़ी ड्रेस, मिठाई, पूजा की सामग्री और पटाखों के लिए पैसे इकट्ठा कर रहे हैं. कुमावत का टारगेट है कि वो अधिक से अधिक ऐसे बच्चों तक दिवाली पर वो 'खुशी' पहुंचाए जो आज तक वो दूसरों की खुशी को देखकर ही खुश होते थे. इसके लिए उन्हें अच्छा रेस्पोंस भी मिल रहा है. जिसके लिए अब इस मुहिम में महिलाओं को भी शामिल कर लिया गया है. अब झुग्गी में रहने वाली महिलाओं के लिए भारतीय संस्कृति के मुताबिक नई साड़ी भी दी जाएगी. कुमावत ने बताया कि यह सहयोग कोई भी थोड़ा और ज्यादा दे सकता है. उन्होंने कहा है कि इस तरह का काम करने से जितना लेने वालों को खुशी होगी, उससे कहीं ज्यादा खुशी देने वालों को भी होगी.

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