अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री ने कहा कि उर्जा नीति के जरिए अब जैसलमेर की हवाओं के साथ-साथ यहां की धूप का भी उपयोग उर्जा उत्पादन के लिए किया जाएगा.
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जैसलमेर: देश के पश्चिमी छोर पर बसा सरहदी जिला जैसलमेर जो अपने विशाल रेगिस्तान और अपनी विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों के चलते काले पानी के रूप में जाना जाता था. लेकिन समय और परिस्थितयों के बदलने के साथ साथ जैसलमेर ने अपनी पुरानी पहचान के इतर नई पहचान गढ़ना आरम्भ कर दिया. जिसमें पर्यटन के साथ-साथ खनिज क्षेत्रों के रूप में जिला विकास की रफ्तार के साथ कदमताल करने लगा है.
वहीं, पर्यटन व खनिज उत्पादन के बाद यहां की तेज आंधियों को भी सरकार ने उपयोगी बनाते हुए पवन उर्जा के क्षेत्र में संभावनाओं को गति दी. जिसके बूते यहां पर कई देशी व विदेशी कंपनियों ने करोड़ों का निवेश कर जैसलमेर जिले को एनर्जी हब के रूप में नई पहचान दी. बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्ववर्ती कार्यकाल में जैसलमेर जिले में उर्जा के क्षेत्र में विकास का आगाज हुआ था, जिसके चलते जिला उर्जा उत्पादन में अग्रणी बन गया. यहां के लोगों को भी रोजगार के नए विकल्प उपलब्ध हुए. वहीं गहलोत की सरकार के जाते ही यहां एक बार फिर उर्जा उत्पादन में निवेश पर ब्रेक लग गया था.
हालांकि, इस बार अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री बनने के बाद जैसलमेर में उर्जा उत्पादन को लेकर अपनी मंशा को स्पष्ट करते हुए उर्जा नीति के जरिए अब जैसलमेर की हवाओं के साथ-साथ यहां की धूप का भी उपयोग उर्जा उत्पादन के लिए किया जाएगा. बता दें कि, मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद से यहां पर सौर उर्जा के क्षेत्र में बडी-बडी कंपनियां निवेश के लिए आगे आई हैं.
जैसलमेर जिले में जहां पवन उर्जा के माध्यम से 3 हजार मेघावाट से भी अधिक बिजली उत्पादन रोजाना किया जा रहा है. वहीं, अब इस क्षमता को बढ़ाने के लिए सरकार ने नई उर्जा नीति के तहत सौर उर्जा कंपनियों के लिये भी जैसलमेर के द्वार खोल दिये गये हैं. तेज आंधियों और असहनीय गर्मी जो जैसलमेर के बुरे पक्ष के रूप में देखी जाती थी अब यही स्याह पक्ष देशभर में उजाले का पर्याय बनने की ओर अग्रसर हो रहा है. तेज आंधियों के चलते जहां पवन उर्जा कंपनियों को यहां उर्जा उत्पादन में गति मिल रही है.
पवन उर्जा उत्पादन में सुजलॉन, एनरकॉन, विन्डवर्ड, आईनौक्स, वैस्टाज सहित कई नामी गिरामी कंपनियों द्वारा बडा निवेश किया गया है. अब सौर उर्जा के लिए भी यहां पर अडानी, एस्सेल सहित कई बडी कंपनियां अपने प्लांट स्थापित कर रही है जो कि जिले के विकास को नये पंख देने वाली है. उर्जा उत्पादन से जहां यहां के स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी होगी.
जैसलमेर जिले में उर्जा उत्पादन की असीम संभावनाओं को नए पंख देते हुए सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी जैसलमेर यात्रा के दौरान स्पष्ट किया था कि पहले जैसलमेर की हवाओं लेकिन अब यहां की धूप का भी इस्तेमाल कर उर्जा के क्षेत्र में जैसलमेर जिले को देशभर में अग्रणी बनाने का काम सरकार द्वारा किया जा रहा है.