प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा में जयपुर के बाद झुंझुनूं रहा अव्वल, 101 हुए चयनित
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प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा में जयपुर के बाद झुंझुनूं रहा अव्वल, 101 हुए चयनित

झुंझुनूं(Jhunjhunu) ने तो वैसे हर क्षेत्र में बाजी मारी है. लेकिन हाल ही में आए प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा(Headmaster Recuirment Examination) ने भी झुंझुनूं ने सभी जिलों को पछाड़ दिया है. जयपुर(Jaipur) को छोड़ दें तो झुंझुनूं ऐसा जिला है. जहां से सर्वाधिक अभ्यर्थियों ने प्रधानाध्यापक परीक्षा को पास किया है. 

झुंझुनूं में एक कार्यक्रम के दौरान चयनित प्रधानाध्यापकों को सम्मानित किया गया.

संदीप केडिया, झुंझुनूं: झुंझुनूं(Jhunjhunu) ने तो वैसे हर क्षेत्र में बाजी मारी है. लेकिन हाल ही में आए प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा(Headmaster Recuirment Examination) ने भी झुंझुनूं ने सभी जिलों को पछाड़ दिया है. जयपुर(Jaipur) को छोड़ दें तो झुंझुनूं ऐसा जिला है. जहां से सर्वाधिक अभ्यर्थियों ने प्रधानाध्यापक परीक्षा को पास किया है. 

शनिवार को शहर की जेपी जानूं स्कूल में इन चयनित प्रधानाध्यापकों का सम्मान किया गया. रेसा की ओर से आयोजित हुए कार्यक्रम में डीईओ सैकंडरी अमरसिंह पचार, डीईओ एलीमेंट्री पितराम काला, डाइट प्रिंसीपल दिनेश यादव, सीबीईओ नईम अहमद अलसीसर, हाफिज अली नवलगढ़ तथा हरफूलसिंह मीणा झुंझुनूं अतिथि थे. 

रेसा जिलाध्यक्ष एवं एडीईओ प्रमोद आबूसरिया ने बताया कि इस परीक्षा में 1248 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. जिसमें से झुंझुनूं जयपुर के बाद दूसरे 101 की संख्या के साथ दूसरे नंबर पर है. जयपुर के 147 अभ्यर्थी इस परीक्षा में चयनित हुए है. 

रेसा ने किया सम्मानित
उन्होंने बताया कि इस बेहतरीन उपलब्धि पर पहली बार रेसा की ओर से इनका सम्मान किया गया. साथ ही इन्हें एक संस्था प्रधान के तौर पर सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में भी बताया गया. वहीं नामांकन बढ़ाने, स्कूल का विकास तथा बच्चों का सर्वांगिण विकास जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई. चयन होने पर खुद का सम्मान पाकर ये अभ्यर्थी भी काफी खुश नजर आए. अंत में संस्था प्रधान श्रीमती विनोद जानूं ने आभार जताया. 

नवाचारों को भी किया गया साझा
इस कार्यक्रम में अनुभवी प्रिंसीपल अमीलाल मूंड तथा संजू नेहरा सहित अन्य ने नव चयनित प्रधानाध्यापकों के साथ अपने पुराने अनुभव साझा किए. साथ ही स्कूलों में अपनाए जाने वाले नवाचारों को भी बताया. सभी वक्ताओं का यही कहना था कि जिस भी स्कूल में पदस्थापित हो. वहां के अभिभावकों और ग्रामीणों के साथ मिलकर स्कूल के विकास की सोचें. साथ ही बच्चों को शैक्षिक और सह शैक्षिक गतिविधियों में अव्वल लाने के लिए भी जी-तोड़ कोशिश करें.

रेसा के साथियों ने दिया था सुझाव
रेसा जिलाध्यक्ष प्रमोद आबूसरिया ने बताया कि पहले कभी भी नव चयनित प्रधानाध्यापकों का सम्मान नहीं हुआ. लेकिन इस बार रेसा से जुड़े जयसिंह चाहर समसपुर सहित अन्य साथियों ने सुझाव दिया और बताया कि नव चयनित प्रधानाध्यापकों के साथ एक मिटिंग भी हो और उनका सम्मान भी हो. ताकि वे स्कूलों में जाकर बेहतर काम कर सके. साथ ही किसी प्रकार की समस्या आने पर वे समाधान के लिए वरिष्ठ साथियों की भी सहायता ले सके. इसलिए यह कार्यक्रम किया गया. वहीं इस बार झुंझुनूं ने रिकॉर्ड बनाया है. इसलिए भी इस सम्मान को करने की महत्ता बढ़ गई. 

नव चयनितों ने भी बताई 'मन की बात'
इस मौके पर सभी नव चयनितों ने भी कार्यक्रम में 'मन की बात' रखी. किसी ने संक्षेप में तो किसी ने विस्तृत रूप से ना केवल अपने बारे में बताया. बल्कि परीक्षा में पास होने का मंत्र बताया. कईयों ने परीक्षा के दरमियान और परिणाम आने से पहले की मनस्थिति को भी सभी के सामने रखा और सभी ने अपनी अपनी स्कूलों को सर्वश्रेष्ठ स्कूल बनाने का संकल्प लिया.

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