उन्होंने बताया कि अभी तक 12,300 कॉल बीपीओ में मिली हैं.
Trending Photos
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) में लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए 24x7 कॉल सेंटर (BPO) का फैसला कारगर साबित होता नजर आ रहा है. रोजाना सैकड़ों लोग लॉकडाउन का पालन करते हुए घर से बाहर निकलने के बजाय कॉल सेंटर में फोन कर मदद मांग रहे हैं. जिसके बाद लोकल प्रशासन उनकी समस्या का समाधान कर मदद मुहैया करा रहा है.
बीपीओ प्रमुख वजाहत अहमद बताते हैं कि रोजाना करीब 2500 लोग कॉल सेंटर में राशन, दवाई इत्यादि जरूरी सामान के लिए फोन करते हैं. जिसके बाद वो स्थानीय नोडल अधिकारी को पूरी जानकारी देते हैं और फिर नोडल अधिकारी उनकी समस्या का समाधान करता है. उन्होंने बताया कि इस तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग की मर्यादा भी बरकार रहती है और लॉकडाउन का पालन भी हो जाता है. वहीं लोगों को घर बैठे-बैठे सामान भी मिल जाता है. उन्होंने बताया कि अभी तक 12,300 कॉल बीपीओ में मिली हैं.
ये भी पढ़ें:- सरकारी कर्मचारियों को बड़ा झटका, कोरोना संकट के बीच महंगाई भत्ता बढ़ाने पर लगी रोक
श्रीनगर जिला कमिश्नर शाहिद चौधरी ने बताया कि हमने एक आईवीआरएस आधारित कॉल सेंटर स्थापित किया है जिसके माध्यम से हमने सभी हेल्पलाइनों को परिवर्तित किया है. हर कॉल करने वाले को एक आईडी दी जाती है, वह अपने मुद्दों के बारे में जानकारी रख सकता है. उन्होंने बताया कि सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समर्थन हमारे कॉल सेंटर का एक अंग है. रोजाना करीब 50 डॉक्टर और 29 मनोचिकित्सक अपनी इच्छा से लोगों को फोन पर अटेंड करते हैं और उनकी समस्या का सामधान करने की कोशिश करते हैं.
प्रशासन का कहना है कि उन्हें लोगों द्वारा भारी रेस्पॉन्स मिल रहा है. प्रशसन ने यह भी ध्यान रखा है कि समस्या का जब तक समाधान ना हो तब तक उसे बंद किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे अधिकारी भी तैनात किए गए हैं जो शिकायत हल होने की सुचना मिलने बाद उसे क्रॉस चेक करते हैं. फिलहाल लॉकडाउन को सफल बनाने में सरकार का ये प्रयास कारगर साबित होता नजर आ रहा है.
LIVE TV