कर्नाटक: BJP का आरोप, बैठकों में कार्यकर्ताओं को खाना भी नहीं खाने दे रहा है प्रशासन
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कर्नाटक: BJP का आरोप, बैठकों में कार्यकर्ताओं को खाना भी नहीं खाने दे रहा है प्रशासन

बीजेपी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है कि कर्नाटक में स्थानीय प्रशासन उनके नेताओं के कार्यक्रमों को मंजूरी नहीं दे रहा है.

बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव ने चुनाव आयोग से मिलकर अपनी परेशानी व्यक्त की

बेंगलूरु : कर्नाटक विधानसभा के चुनावी रण में राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की बौछार कर रहे हैं. बीजेपी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक का प्रशासन उसे खुलकर चुनाव प्रचार करने नहीं दे रहा और वह चुनिंदा तरीके से नियमों को लागू कर रहा है ताकि 12 मई को होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में सत्ताधारी कांग्रेस के पक्ष में स्थितियां बनाई जा सकें.

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  3. बीजेपी ने स्थानीय प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

बीजेपी के सीनियर नेता भूपेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि प्रशासन बीजेपी नेताओं के कार्यक्रमों को मंजूरी नहीं दे रहा है. यहां तक कि उन्हें अपने पोस्टर और बैनर लगाने की इजाजत भी नहीं दी जा रही है. उन्होंने बताया कि इस बारे में चुनाव आयोग में एक शिकायत दर्ज कराई गई है. 

भाजपा के कर्नाटक मामलों के प्रभारी महासचिव मुरलीधर राव ने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को बीआर आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने की इजाजत नहीं दी गई और पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने घरों पर पार्टी के झंडे फहराने की भी अनुमति नहीं है.

नम्मा माने भाजपा माने
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव कार्य में शामिल राज्य सरकार के अधिकारियों ने पार्टी कार्यकर्ताओं को धमकी दी और उनसे झंडे हटाने को कहा. उन्होंने कहा कि इसे गंभीरता से लेते हुए भाजपा ने 25 अप्रैल को राज्य स्तर पर ‘नम्मा माने भाजपा माने’ (हमारा घर भाजपा घर) अभियान चलाने का फैसला किया है जिसमें पार्टी के कार्यकर्ता अपने घरों पर पार्टी का झंडा फहराएंगे. इस अभियान में पार्टी के करीब 11 लाख कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे.

खाना खाने भी नहीं दिया जा रहा है
मुरलीधर राव ने यह दावा भी किया कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को पार्टी की बैठकों में खाना खाने की इजाजत भी नहीं दी गई जबकि चुनाव नियमावली में ऐसे किसी नियम का उल्लेख नहीं है. उन्होंने कहा, ‘प्रशासन ने हमें परेशान किया और तय कार्यक्रम से महज कुछ घंटे पहले हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को संत बासवन्ना को माला पहनाने की इजाजत दी.’ राव ने आरोप लगाया कि चुनाव अधिकारी मकानों की दीवारों पर लिखे उन संदेशों को अवैध रूप से मिटा रहे हैं जिनमें लोगों से भाजपा को वोट देने की अपील की गई है. 

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से अपेक्षा थी कि वह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराएगा और निष्पक्ष बना रहेगा, लेकिन राज्य में आला पदों पर बैठे सिद्दारमैया के करीबी अधिकारी अपने पदों का दुरूपयोग कर रहे हैं और कांग्रेस के पक्ष में स्थितियां बना रहे हैं. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रशासन भाजपा को वाणिज्यिक स्थानों पर अपने होर्डिंग लगाने नहीं दे रहा है.

खनन माफिया जनार्दन रेड्डी के भाजपा के चुनाव प्रचारों में मंच साझा करने पर राव ने कहा कि उन्हें भाजपा के प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किया गया है और वह कई लोगों की तरह खुद ही प्रचार कर रहे हैं. अमित शाह जी पहले ही इस पर बयान दे चुके हैं. 

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