कर्नाटक का 'चुनावी ऑफर': मम्मी-पापा डालेंगे वोट तो स्कूल में बढ़ेंगे बच्चों के मार्क्स
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कर्नाटक का 'चुनावी ऑफर': मम्मी-पापा डालेंगे वोट तो स्कूल में बढ़ेंगे बच्चों के मार्क्स

इस योजना के पीछे की मंशा यह है कि बच्चों की खातिर अभिभावक जरूर वोट डालने जाएंगे. साथ ही बच्चे भी खुद के नंबर की खातिर मां-पिता को वोटिंग के लिए जागरूक करेंगे.

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्कूल एसोसिएशन ने ढूंढी तरकीब.

बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में लोगों को वोटिंग के लिए जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग के साथ कई संस्थाएं भी काम कर रही हैं. इसी कड़ी में कर्नाटक एसोशिएटेड मैनेजमेंट ऑफ प्राइमरी एंड सेकेंडरी भी शामिल हो गया है. एसोसिएशन का कहना है कि अगर मां-पिता वोट डालेंगे तो उनके बच्चों को स्कूल में अतिरिक्त नंबर देंगे. इस योजना के पीछे की मंशा यह है कि बच्चों की खातिर अभिभावक जरूर वोट डालने जाएंगे. साथ ही बच्चे भी खुद के नंबर की खातिर मां-पिता को वोटिंग के लिए जागरूक करेंगे.

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मां-पिता के वोट डालने पर बच्चों को मिलेंगे 4 नंबर
एसोसिएशन का कहना है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में वोटिंग का प्रतिशत लगातार गिर रहा है, जो किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं है. वहीं देश में बच्चों के अच्छे नंबर आने को लेकर मां-पिता काफी एक्टिव रहने लगे हैं. इसलिए हम दोनों बातों को एक दूसरे से जोड़कर लोकतंत्र को सफल बनाने की कोशिश की है.

एसोसिएशन का कहना है, 'हमने तय किया है कि इस स्कूलों में होने वाली परीक्षा में 4 अंक वोटिंग के लिए रखे गए हैं. इसमें नियम यह है कि अगर किसी बच्चे के मां-पिता दोनों वोट डालते हैं तो उनके बच्चों को 2-2 अतिरिक्त नंबर मिलेंगे. मां-पिता को स्याही लगी उंगली स्कूल में दिखानी होगी.'

एसोसिशन ने कहा कि उन्होंने 2013 में इस प्रैक्टिस को किया था, जिसका काफी लाभ देखने को मिला था. एसोसिएशन के महासचिव डी शशि कुमार ने बताया कि इस बार इस प्रयास को और भी व्यापक तरीके से लागू कराने और ज्यादातर स्कूलों को इससे जोड़ने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कर्नाटक के हर नागरिक से अपील की है कि वे वोट डालने जाएं. भले ही वे NOTA का बटन दबाएं.

उन्होंने बताया कि 10वीं के छात्र स्कूल में परीक्षा में नहीं देते हैं, वे बोर्ड परीक्षा देते हैं, इसलिए ऐसे छात्रों के मां-पिता अगर वोट डालते हैं तो उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा.

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