एस जी सिद्धरमैया ने बैंकों को लिखे पत्र में कहा है कि उम्मीदवारों का चयन आईबीपीएस द्वारा आयोजित परीक्षा के जरिये होता है. आईबीपीएस अपने आवेदनों में यह स्पष्ट रूप से लिखता है कि चयन में तरजीह उन उम्मीदवारों को दी जानी चाहिए जो स्थानीय भाषा जानते हैं.
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बेंगलुरु: कन्नड़ विकास प्राधिकरण (केडीए) ने कर्नाटक में काम कर रहे सभी राष्ट्रीयकृत, अनुसूचित तथा ग्रामीण बैंकों से यह सुनिशिचत करने को कहा है कि सभी गैर-कन्नड़ भाषी छह महीने में भाषा सीखे. प्राधिकरण ने उनसे राज्य में अपनी सभी शाखाओं में भाषा को लागू करने के लिये बनायी गयी हिंदी इकाई की तरह कन्नड़ इकाई स्थापित करने को कहा है.
केडीए के अध्यक्ष एस जी सिद्धरमैया ने बैंकों को लिखे पत्र में कहा है कि उम्मीदवारों का चयन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन (आईबीपीएस) द्वारा आयोजित परीक्षा के जरिये होता है. आईबीपीएस अपने आवेदनों में यह स्पष्ट रूप से लिखता है कि चयन में तरजीह उन उम्मीदवारों को दी जानी चाहिए जो स्थानीय भाषा जानते हैं.
उन्होंने कहा, ‘इसको देखते हुए बैंकों में काम करने वाले अन्य भाषा जानने वाले कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से छह महीने के भीतर कन्नड़ भाषा सीखनी चाहिए.’