केरल: मलयालम लेखक को मिली धमकी, साप्ताहिक प्रकाशन से उपन्यास लिया वापस
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केरल: मलयालम लेखक को मिली धमकी, साप्ताहिक प्रकाशन से उपन्यास लिया वापस

दक्षिणपंथी लोगों से कथित धमकी मिलने के बाद एक मलयालम लेखक ने अपने उपन्यास को साप्ताहिक प्रकाशन से वापस ले लिया है. 

साप्ताहिक के संपादक कमलराम संजीव ने ट्वीट किया कि लेखक ने उपन्यास वापस ले लिया है.(फोटो-YouTube)

तिरुवनंतपुरम: दक्षिणपंथी लोगों से कथित धमकी मिलने के बाद एक मलयालम लेखक ने अपने उपन्यास को साप्ताहिक प्रकाशन से वापस ले लिया है. एस हरीश का पहला उपन्यास ‘ मीशा ’ किस्तों में मातृभूमि साप्ताहिक में प्रकाशित हो रहा था. साप्ताहिक के संपादक कमलराम संजीव ने ट्वीट किया कि लेखक ने उपन्यास वापस ले लिया है. संजीव ने कहा , ‘‘ एस हरीश ने अपना उपन्यास ‘ मीशा ’ वापस ले लिया है , साहित्य की पीट - पीट कर हत्या की जा रही है , केरल के सांस्कृतिक इतिहास में सबसे काला दिन. ’’ संपर्क किए जाने पर संजीव ने कहा कि लेखक ने साप्ताहिक को एक पत्र में कहा कि वह अपनी उपन्यास श्रृंखला को जारी नहीं रखना चाहते हैं.

आरोप है कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने लेखक और उनके परिजनों को सोशल मीडिया पर धमकी दी है. कुछ दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उपन्यास में मंदिर जाने वाली महिलाओं को खराब तरीके से दिखाया गया है. संजीव ने कहा कि उपन्यास के तीन अंश साप्ताहिक में प्रकाशित हो चुके हैं.

कांग्रेस नेता एवं तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा , ‘‘ जो लोग हिन्दुत्व तालिबान के उभार के बारे में मेरी चेतावनियों पर विश्वास नहीं करते, उन्हें मलयालम लेखक हरीश के साथ हुई घटना से सबक लेना चाहिए.’’ 

'हिंदू पाक' के बाद थरूर का एक और बयान- क्या हिंदू धर्म का शुरू हो गया है तालिबानीकरण
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले बीजेपी की युवा शाखा के सदस्यों द्वारा कांग्रेसी नेता शशि थरूर के यहां स्थित कार्यालय की दीवार को विरूपित किए जाने के कुछ दिन बाद , उन्होंने सवाल किया था कि क्या 'हिन्दुवाद का तालिबानीकरण’ शुरू हो गया है.बता दें थरूर ने हाल में यह टिप्पणी करके बड़ा विवाद पैदा कर दिया था कि अगर बीजेपी फिर से सत्ता में आई तो वह संविधान को फिर से लिखेगी और ‘हिन्दू पाकिस्तान’ बनाने का रास्ता तैयार करेगी. 

'वे मुझसे पाकिस्तान जाने के लिए कह रहे हैं'
तिरूवनंतपुरम से कांग्रेसी सांसद ने मंगलवार को केंद्र द्वारा राज्य को कथित रूप से नजरअंदाज करने के खिलाफ आयोजित विरोध प्रदर्शन में केरल के विपक्षी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के कार्यकर्ताओं से कहा, ‘वे मुझसे पाकिस्तान जाने के लिए कह रहे हैं. यह फैसला करने का अधिकार उन्हें किसने दिया कि मैं उनके जैसा हिन्दू नहीं हूं , इसलिये मैं भारत में नहीं रह सकता ?’ 

'‘हिन्दू राष्ट्र ’ की बीजेपी की बात बहुत खतरनाक है'
थरूर ने कहा , ‘हिन्दू राष्ट्र ’ की बीजेपी की बात वास्तव में बहुत खतरनाक है और यह इस देश को तोड़ देगी. क्या हिन्दूवाद का तालिबानीकरण शुरू हो गया है ? ’ बीजेपी की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्यों ने सोमवार को थरूर के कार्यालय को विरूपित करते हुए उनकी ‘हिन्दू पाकिस्तान’ संबंधी टिप्पणी के लिए माफी की मांग की थी. 

कांग्रेस ने उनकी टिप्पणियों से खुद को अलग किया था और अपने नेताओं को शब्दों के चयन के वक्त सतर्क रहने को कहा था. थरूर के कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना के संबंध में भाजयुमो के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें जमानत पर कल रिहा किया गया. 

थरूर ने लोकसभा में उठाया मुद्दा
वहीं थरूर ने लोकसभा में सोमवार को तिरूवनंतपुरम में अपने कार्यालय पर हुए हमले का विषय उठाया और अपनी जान को खतरा होने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि देश में असहिष्णुता बढ़ रही है.

शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऐसी घटनाओं पर चुप्पी तोड़ने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे हमले देश में बढ़ रहे हैं. कल ही स्वामी अग्निवेश पर हमला किया गया और ऐसा सत्तारूढ़ दल की शह पर हो रहा है.

इनपुट भाषा से भी 

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