ओडिशा के 17 जिलों में फोनी तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. यूपी, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में भी खराब मौसम का अलर्ट जारी.
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भुवनेश्वर : ओडिशा के तट से शुक्रवार सुबह फोनी चक्रवात टकरा गया है. फोनी की वजह से तेज बारिश हो रही है और हवाएं चल रही हैं. इस समय पुरी और उसके आसपास के इलाकों में हवा की रफ्तार 200 किमी प्रति घंटे से अधिक है. राज्य सरकार ने ओडिशा में करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है. साथ ही अन्य लोगों को घरों पर ही रहने की सलाह दी गई है. ओडिशा के बाद अब चक्रवाती तूफान फोनी पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ गया है. ये शुक्रवार शाम तक बंगाल के तट पर टकरा सकता है. इससे पहले ही वहां पर कई इलाकों में तेज हवाएं चलने लगी हैं.
चक्रवाती तूफानी फोनी ने ओडिशा के तटीय हिस्से में भारी नुकसान पहुंचाया है. इस चक्रवात में 8 लोगों की मौत हो गई. घायलों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है. फोनी के कारण पुरी में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक हालात की समीक्षा कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि प्रभावित इलाकों में अब कल के बाद ही बिजली की सप्लाई हो सकेगी.
उधर ओडिशा के भुवनेश्वर में शाम को फाेनी का असर कुछ कमजोर पड़ा. इसके साथ ही वहां पर बचाव कार्य शुरू कर दिया गया. भुवनेश्वर में स्टेडियम, अस्पताल और एयरपोर्ट को भारी नुकसान पहुंचा.
#WATCH: Visuals from Biju Patnaik International Airport in Bhubaneswar after #FaniCyclone made a landfall in Puri earlier in the day. Restoration process underway. pic.twitter.com/zB9FShmLzn
— ANI (@ANI) May 3, 2019
पश्चिमी मिदनापुर में सबसे ज्यादा असर
पश्चिम मिदनापुर में फेनी के प्रभाव से पुरे ज़िले में बारिश शुरू हो गई. आसमान में काले बादल छा गए. बारिश के शुरू होते ही करीब 20 सेकंड के अंदर मिदनापुर के स्टेशन रोड के विधाननगर इलाके में कई पेड़ टूट कर गिर गए, जिसके चलते कई दुकाने भी टूट गईं. मिदनापुर के 14नंबर वार्ड में तालपुकुर इलाके में तूफ़ान से करीब 15 घर टूट गए और एस्बेस्टस की छावनी भी उड़ गई. वहीं फोनी के प्रभाव से चन्द्रकोणा के महाराजपुर में भी अचानक तूफ़ान आ जाने से 3 घरों पर असर दिखाई दिया. दो मंज़िला घर टूट कर एक मंज़िला में तब्दील हो गया. जिला परिषद् में कंट्रोल रूम खोला गया है. मिदनापुर में ही कुल 45 घरों में फोनी के प्रभाव से क्षति पहुंची है.
ओडिशा में फोनी तूफान के कारण तीन लोगों की मौत हुई है. जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल है. ओडिशा के नयागढ़ में एक महिला की मौत घर की दीवार गिरने से हुई है. कोणार्क में घर की दीवार गिरने से एक महिला गंभीर रूप से घायल हुई है. वहीं पुरी में सुरक्षित स्थान पर ले जाते समय एक व्यक्ति की मौत हुई है. इसके अलावा पत्तामुंडाई में भी एक महिला की मौत हुई है.
अब तक का अपडेट :
- ओडिशा के गंजाम और पुरी में फोनी कहर बरपा रहा है. गंजाम, भुवनेश्वर और पुरी में कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिर पड़े हैं. उन्हें हटाने का कार्य लगातार जारी है.
- समुद्र के किनारे बसे मंदिर शहर पुरी में कई इलाके और अन्य जगहों में पानी भर गया है. राज्य के सभी तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है. कई पेड़ उखड़ गए और भुवनेश्वर समेत कुछ स्थानों पर बनीं झोपड़ियां तबाह हो गई हैं.
- मौसम विभाग के अनुसार पुरी में इस समय हवा की अधिकतम रफ्तार 240 किमी प्रति घंटा से 245 किमी प्रति घंटा के बीच है. साथ ही पूरे ओडिशा तट पर भारी बारिश हो रही है. फोनी के पूरी तरह से टकराने के बाद इसका असर कम होगा और यह पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों की ओर जाएगा.
- पश्चिम बंगाल में फोनी चक्रवात को देखते हुए दीघा में तैनात की गई एनडीआरएफ की टीम ने दत्तापुर और तेजपुर से 132 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा है. इनमें 52 बच्चे भी शामिल हैं.
- पश्चिम बंगाल सरकार ने एहतियातन फोनी तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है. स्कूल कॉलेज बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही लोगों को समुद्र से दूर रहने को कहा गया है. पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर, उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली, झाड़ग्राम, सुंदरबन और कोलकाता अलर्ट पर हैं. तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. राहत और बचाव दल भी अलर्ट पर हैं.
- फोनी चक्रवात के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले दो दिन तक अपने सभी चुनावी अभियान रद्द कर दिए हैं. साथ ही वह आज और कल तटीय क्षेत्र के करीब खड़गपुर में ही रहेंगी. इस दौरान वह चक्रवात के दौरान हालात पर नजर रखेंगी.
- फोनी चक्रवात के कारण हुए नुकसान को लेकर राहत और बचाव कार्य के लिए चुनाव आयोग ने आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी, विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम और विजयनगरम में चुनाव आचार संहिता के कुछ प्रावधानों में ढील देने की सिफारिश मंजूर कर ली है.
- एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक कोलकाता से दोपहर 3 बजे से लेकर शनिवार सुबह 8 बजे तक विमानों को संचालन बंद रहेगा. एयर इंडिया कोलकाता से अपनी उड़ानें शुक्रवार दोपहर 1 बजे से ही बंद कर देगी.
- रेलवे की ओर से विशाखापत्तनम से मुंबई के बीच एक विशेष ट्रेन चला जा रही है. इसका समय और ठहराव वाले स्टेशन कोर्णाक एक्सप्रेस की ही तरह होंगे.
- उत्तराखंड में भी फोनी चक्रवात के बाद मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. यहां अगले 24 घंटों में 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. कुमाऊं में तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है. गढ़वाल में भी कई जगह बारिश की संभावना.
- बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज खराब मौसम के कारण झारखंड के खूंटी, कोडरमा और रांची में अपनी चुनावी जनसभाओं को स्थगित कर दिया है.
- फोनी के गुजरने के बाद राहत और बचाव कार्य के लिए विशाखापत्तनम में नौसेना के 13 विमानों को अलर्ट पर रखा गया है. भारतीय नौसेना दोपहर में अपने पी8आई और डोर्नियर विमानों से फोनी चक्रवात के कारण हुए नुकसान का जायजा लेगी.
- ओडिशा के 17 जिलों में फोनी तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही सभी स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं.
- फोनी चक्रवात के कारण मध्य प्रदेश के कई जिलों में भी आज आंधी बारिश और ओले गिरने की आशंका जताई गई है. इन जिलों में होशंगाबाद, बैतूल, छिंदवाड़ा, रायसेन, नरसिंहपुर, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना दमोह, सतना, रीवा, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट में आंधी बारिश ओले की संभावना जताई गई है. यह अलर्ट अगले 48 घंटे तक के लिए है.
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ओडिशा में फोनी चक्रवात के पहुंचने का असर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों पर भी दिख रहा है. यहां के विशाखापत्तनम में समुद्र तट पर तेज हवाएं चल रही हैं. साथ ही ऊंची समुद्री लहरें भी उठ रही हैं. फोनी तूफान के गुजरने के बाद के हालात से निपटने के लिए भारतीय तटरक्षक बल (कोस्ट गार्ड) ने राहत और बचाव की 34 टीमों को तैनात कर दिया है. ये टीमें विजाग, चेन्नई, पाराडिप, गोपालपुर, हल्दिया, फ्रेजरगंज और कोलकाता में तैनात की गई हैं. वहीं विजाग और चेन्नई में कोस्ट गार्ड की चार नावों को भी तैनात किया गया है.
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भुवनेश्वर स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के डायरेक्टर एचआर विश्वास के अनुसार के अनुसार फोनी चक्रवात के ओडिशा के तट से टकराने की प्रक्रिया सुबह 8 बजे शुरू हो गई थी. कुछ जमीनी इलाकों में भी इसकी दस्तक हुई है. इसके पूरी तरह से यहां टकराने में करीब 2 घंटे और लगेंगे. यह ओडिशा के पुरी के नजदीक टकराया है.
फोनी रात तक ओडिशा के तटीय इलाकों में कहर बरपाएगा. फिर पश्चिम बंगाल की ओर चला जाएगा. पूरे ओडिशा कोस्टल एरिया में रात करीब 2 बजे से भारी बरसात हो रही है. तेज हवाएं चल रही हैं. फोनी के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा राहत दल (एनडीआरएफ) की 3 अतिरिक्त टीमों को तैनात किया गया है. ये टीमें भुवनेश्वर नगर पालिका के आयुक्त को रिपोर्ट करेंगी. ओडिशा में एनडीआरएफ की कुल 18 टीमें तैनात की गई हैं. इसके अतिरिक्त 10 टीमें और तैनात की गई हैं.
#WATCH Odisha: Strong winds and rainfall hit Puri. #CycloneFani is expected to make a landfall in Puri district today. Visuals from near Puri Beach. pic.twitter.com/Wc9i851CNY
— ANI (@ANI) May 3, 2019
राज्य के मुख्य सचिव एपी पधी ने कहा कि चक्रवात के टकराने की पूरी प्रक्रिया चार-पांच घंटे की होगी. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोगों से अपील की है कि वे इस दौरान घरों के अंदर ही रहें और कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं.
इस बीच, नई दिल्ली मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय तटरक्ष बल और नौसेना ने भी राहत इंतजाम में अपने पोत और कर्मियों को तैनात किया है. तट रक्षक बल ने ट्वीट कर कहा कि चक्रवाती तूफान फोनी को देखते हुए 34 राहत दलों और चार तटरक्षक पोतों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है.
नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने दिल्ली में कहा कि भारतीय नौसेना के पोत सहयाद्री, रणवीर और कदमत को राहत सामग्री तथा चिकित्सा दलों के साथ तैनात किया गया है, जिससे वे चक्रवात के तटीय इलाके से गुजरने के फौरन बाद राहत कार्य शुरू कर सकें. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जानकारी दी कि गुरुवार मध्य रात्रि से भुवनेश्वर से उड़ानों का परिचालन अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा.
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शुक्रवार सुबह से कोलकाता हवाई अड्डे से भी उड़ानों का परिचालन अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा और हालात बेहतर होते ही उड़ानों को बहाल कर दिया जाएगा. रेलवे ने ओडिशा से रेलगाड़ियों का परिचालन पहले ही अस्थायी रूप से रोक दिया है.
कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में एनसीएमी की बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ओडिशा सरकार ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) को गुरुवार को जानकारी दी कि 10,000 गांव और 52 शहर एवं कस्बे इस तूफान से प्रभावित होंगे. सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा रहे लोगों के रहने के लिए लगभग 900 तूफान आश्रय स्थल पहले ही तैयार कर लिए गए हैं.