खाना देख अफसर भूले जयपुर को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प, जाने पूरा मामला
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खाना देख अफसर भूले जयपुर को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प, जाने पूरा मामला

बैठक में प्लास्टिक यूज नहीं करने की नसीहत देने वाले विधायक, जिला प्रमुख, सदस्य और अफसर प्लास्टिक के फूड पैकेट में खाना खाते हुए नजर आए. 

प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने के संकल्प के बाद प्लास्टिक के पैकेट में अफसरों ने खाया खाना.

जयपुर: जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिला परिषद के प्लास्टिक मुक्त अभियान का जिम्मेदारो ने ही माखौल उड़ा दिया. साधारण सभा की बैठक में निर्णय लिया गया था कि अब परिषद में प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही बैठक में सूती कपड़े के थैले का विधायक, जिला प्रमुख, सीइओ और सदस्यों ने विमोचन भी किया था. इसके पांच मिनट बाद ही सभागार में प्लास्टिक के ही पैकेट में खाना मंगा लिया गया. जिम्मेदारों ने भी प्लास्टिक के पैकेट में खाना खाया.

प्लास्टिक मुक्त जयपुर बनाने के लिए सूती कपड़े के थैले का विमोचन करते हुए प्लास्टिक यूज नहीं करने की नसीहत दी जा रही थी और सिंगल यूज प्लास्टिक से जयपुर जिला परिषद कार्यालय को मुक्त करने के लिए प्लास्टिक की पानी की बोतलें इस्तेमाल नहीं करने का निर्णय लिया गया था. ये सबकुछ दिखाने के लिए कांच के ग्लास में पानी पिलाया गया लेकिन उसके बाद की तस्वीरें देखेंगे तो आप खुद आश्यर्चचकित रह जाएंगे.

बैठक में प्लास्टिक यूज नहीं करने की नसीहत देने वाले विधायक, जिला प्रमुख, सदस्य और अफसर प्लास्टिक के फूड पैकेट में खाना खाते हुए नजर आए. इस दौरान कुछ सदस्यों के बीच इसको लेकर चर्चा भी हुई. जब जी मीडिया ने इस पर सवाल किया तो जिला प्रमुख मूलचंद मीना और सीइओ भारती दीक्षित अपना बचाव करते नजर आए. उन्होंने कहा कि अभी अभियान की शुरूआत की गई है. इसमें आगे सुधार किया जाएगा. बैठक में जिला प्रमुख अपनों से ही सदस्यों से घिरे नजर आए. बैठक में सदस्य मोहन डागर ने जिला प्रमुख पर आरोप लगाए कि जिला प्रमुख ने पंचायतों में बैठक नहीं होने दी. वहीं गत चार साल में बैठक में उठाई गई समस्याओं का समाधान नहीं होने पर हंगामा हो गया.

जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में रामगढ़ बांध का मुद्दा गरमाया. बैठक में जिला परिषद के सदस्यों ने एक सुर में कहा कि रामगढ़ बांध ने जयपुर को पानी पिलाया है. अब बीसलपुर बांध से पानी व्यर्थ बहाया जा रहा है. ऐसे में बीसलपुर बांध से रामगढ़ बांध में पानी आना चाहिए. सदस्यों ने मांग की कि बीसलपुर इस पर जिला कलक्टर जगरूप सिंह यादव ने बैठक में सिचाई विभाग के अधिकारियों को पुकारा तो कोई मौजूद नहीं मिला. 

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इस पर सदस्यों ने विरोध किया. इसके बाद करीब 45 मिनट बाद अधिकारी पहुंचे. वहीं रामगढ़ बांध मुद्दे पर विधायक गोपाल मीणा बोले तक नहीं. जमवारामगढ के प्रधान रामजीलाल मीणा ने मामला उठाते हुए कहा कि रामगढ़ सहित जिले के बांधों की दुर्दशा हो रही है. बारिश में बांध टूट गए. जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जयपुर से 31 बांधों में बारिश से पहले किए गए कार्यों की रिपोर्ट बनाकर दें. इधर साधारण सभा की बैठक में सदस्यों ने बारिश से टूटी सड़कों को सुधारने की मांग की. बैठक फोगिंग का मामला भी उठाया गया.

बहरहाल, विधायकों ने सरकारी तंत्र पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अफसरों की काम करने की मंशा ही नहीं है. जो भी काम हो रहे हैं, वे फौरी तोर पर हो रहे हैं. विकास कार्यों में अफसर और जनप्रतिनिधियों के बीच तालमेल नहीं है. इस पर कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह विधानसभा नहीं है. जिला परिषद की बैठक है.

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