कर्नाटक में कोरोना मरीजों की जांच में लगे एक सरकारी डॉक्टर को अफसर ने इतनी बुरी तरह डांटा कि उसने आत्महत्या कर ली.
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बेंगलुरु : कर्नाटक में कोरोना मरीजों की जांच में लगे एक सरकारी डॉक्टर को अफसर ने कथित रूप से इतनी बुरी तरह डांटा कि उसने आत्महत्या कर ली. डॉक्टर की मौत के बाद उसे डांट रहे अफसरों का ऑडियो वायरल हो गया. मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने मृतक डॉक्टर एस आर नागेन्द्र (Dr SR Nagendra) के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. साथ ही मामले की जांच के लिए भी आदेश जारी किए गए हैं.
बता दें कि मैसुरु जिले के ऐलनहल्ली में स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस आर नागेन्द्र ने गुरुवार को अपने आवास पर आत्महत्या कर ली थी. उनकी मौत के बाद डॉ नागेन्द्र और जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के बीच हुई कथित बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया. इस ऑडियो में वरिष्ठ अधिकारी उन्हें कथित रूप से कोरोना मरीजों की कम जांच किए जाने पर डांट रहे हैं.
ऑडियो में कथित तौर पर वरिष्ठ अधिकारी डॉ नागेंद्र के ऊपर चिल्लाते हुए कह रहे हैं कि "कितने नमूने लिये गए हैं और आप कितने ले रहे हैं? मजाक समझ लिया है क्या? आप यहां खेलने आए हो? आप रोगियों से खेल रहे हो. अगर एक सप्ताह में आप 25 या 26 (कोविड) जांच कर रहे, तो मैं आपको देख लूंगा. आपको प्रतिदिन 150 लोगों की जांच करनी चाहिये. " यह ऑडियो वायरल होने के बाद नंजनगुड़ में लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिए. जिसके बाद से हालात तनावपूर्ण हो गए हैं.
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने घटना पर कहा कि इस मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच का आदेश जारी कर दिया गया है. यह जांच 7 दिनों में पूरी हो जाएगी.
सीएम ने कहा कि आम तौर पर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर की मौत पर उसके परिवार को 30 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है. लेकिन इसे एक विशेष मामला मानते हुए उनके परिवार को 50 लाख रुपये दिए जाएंगे. इसके साथ ही उनके परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी.
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