सोशल मीडिया की अफवाह पर ट्रांसजेंडर को बच्चा चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला
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सोशल मीडिया की अफवाह पर ट्रांसजेंडर को बच्चा चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला

तेलंगाना में इस तरह की यह चौथी घटना है जिसमें फेक न्यूज और वीडियो के चलते लोग भीड़ का शिकार बने हैं. निजामाबाद और यदाद्रि में इस तरह की तीन घटनाएं हो चुकी हैं.

तेलंगाना पुलिस का फाइल फोटो

हैदराबाद : सोशल मीडिया एक तरफ तमाम सूचनाओं के आदान-प्रदान का अहम और जरूरी साधन बन गया है, वहीं यह माध्यम महौल खराब करने का एक बड़ा हथियार बनकर भी सामने आ रहा है. हैदराबाद में सोशल मीडिया पर फैली एक अफवाह के चलते एक आदमी की जान चली गई. भीख मांग रहे ट्रांसजेंडर के ग्रुप को भीड़ ने बच्चा चोर समझकर हमला कर दिया. भीड़ के हमले में एक ट्रांसजेंडर की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए. भीड़ ने बचाव में आए एक स्थानीय नेता और पुलिसकर्मियों की भी बुरी तरह से पिटाई कर दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है. 

तेलंगाना में इस तरह की यह चौथी घटना है जिसमें फेक न्यूज और वीडियो के चलते लोग भीड़ का शिकार बने हैं. इससे पहले निजामाबाद और हैदराबाद के बाहरी इलाके यदाद्रि में इस तरह की तीन घटनाएं हो चुकी हैं. 

हैदराबाद के चंद्रयान गुट्टा इलाके में रमजान के मौके पर कुछ ट्रांसजेंडर भीख मांग रहे थे. इन दिनों यहां व्हाट्सऐप ग्रुप पर बच्चा चुराने वाले एक गिरोह की फर्जी खबरें भी फैलाई जा रही हैं. भीड़ ने इन लोगों को बच्चा चोर मान कर उस पर हमला बोल दिया. पुलिस ने बताया कि 4 ट्रांसजेंडर महिलाएं रमजान के मौके पर तेलंगाना के महबूबनगर से हैदराबाद आई हुई थीं. रमजान के दिनों में जकात के रूप में इन्हें अच्छा दान मिलता है, इसी उद्देश्य से ये यहां आई थीं.

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भीड़ ने ट्रांसजोडरों को घेर कर उसे पीटना शुरू कर दिया. किसी ने उनके सिर पर टायर मारा और उसे लोहे की छड़ से मारा. पुलिस ने भीड़ से उसे बचाने की कोशिश भी की, लेकिन भीड़ ने पुलिस और स्थानीय पार्षद को भी अपना निशाना बना डाला. पार्षद और एक पुलिसकर्मी को भी गंभीर चोट आई हैं. एक ट्रांसजेंडर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर हुई वीडियोग्राफी के आधार पर 35 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इन लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. मृतक की पहचान 52 वर्षीय चंद्रईया के रूप में हुई है. 

पुलिस ने बताया कि शनिवार की रात को जब ये लोग बाजार में घूम रहे थे, तभी कुछ लोगों ने इन्हें रोक लिया और उन पर हमला कर दिया. इनमें से दो महिलाओं को गंभीर चोटें आईं. इस घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस ने इन ट्रांसजेंडरों को भीड़ से बचाने की कोशिश की तो भीड़ ने पुलिस पर ही हमला कर दिया. मामला इतना बढ़ गया कि भीड़ ने वहां गश्त कर रहीं पुलिस की गाड़ियों पर पथराव भी किया. 

इस घटना से कुछ दिन पहले बीबीनगर में भी एक आदमी की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. उस यह हत्या भी सोशल मीडिया पर फैली एक अफवाह के चलते हुई थी. इसके अलावा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अन्य जिलों में भी इस तरह की लगभग एक दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं. 

इस तरह की अफवाहों से बचने के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना पुलिस ने एक जागरूकता अभियान भी चलाया हुआ है. अफवाह फैलाने के मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इसमें एक लोकल चैनल का प्रबंधक शामिल है. तेलंगाना पुलिस प्रमुख महेंद्र रेड्डी और सिटी पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार ने लोगों से इस तरह की अपवाहों से दूर रहने की अपील की है. 

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