27 अक्टूबर को ‘पीएम स्‍वनिधि योजना’ के लाभार्थियों से संवाद करेंगे PM मोदी
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27 अक्टूबर को ‘पीएम स्‍वनिधि योजना’ के लाभार्थियों से संवाद करेंगे PM मोदी

प्रधानमंत्री स्‍ट्रीट वेंडर्स आत्‍मनिर्भर निधि (पीएम स्‍वनिधि) योजना की शुरुआत सड़कों और पटरियों पर सामान बेचने वाले उन गरीब लोगों के लिए की गई थी, जो कोविड-19 के चलते प्रभावित हुए थे.

फाइल फोटो।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मंगलवार को ‘प्रधानमंत्री स्‍वनिधि योजना’ के उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लाभार्थियों के साथ संवाद करेंगे. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ (Yogi Adityanath) भी उपस्थित रहेंगे.

प्रधानमंत्री स्‍ट्रीट वेंडर्स आत्‍मनिर्भर निधि (पीएम स्‍वनिधि) योजना की शुरुआत सड़कों और पटरियों पर सामान बेचने वाले उन गरीब लोगों के लिए की गई थी, जो कोविड-19 के चलते प्रभावित हुए थे. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि इन लोगों ने अपनी आजीविका पुन: शुरू कर दी है और अब तक इस योजना के अंतर्गत 24 लाख से अधिक आवेदन प्राप्‍त हुए हैं.

बयान के मुताबिक, ‘इनमें से 12 लाख आवेदनों को मंजूरी दी जा चुकी है और लगभग 5.35 लाख के ऋण वितरित किये जा चुके हैं. उत्तर प्रदेश में 6 लाख से अधिक आवदेन प्राप्त हुए हैं जिनमें से 3.27 लाख को मंजूरी दी जा चुकी है और 1.87 लाख का ऋण वितरित किया जा चुका है.’ प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे और उत्तर प्रदेश के लाभार्थियों से संवाद करेंगे.

सर्तकता एवं भ्रष्टचार के खिलाफ सम्मेलन का करेंगे उद्घाटन
इसके अलावा पीएम मोदी मंगलवार को ही सतर्कता एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन का भी उद्घाटन करेंगे. केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय सम्मेलन का विषय ‘सतर्क भारत, समृद्ध भारत’ रखा गया है. तीन दिनों तक चलने वाला यह सम्मेलन सतर्कता जागरूकता सप्ताह के साथ-साथ हो रहा है.

इस उद्देश्य से किया जा रहा आयोजन
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि इस सम्मेलन की गतिविधियों में सतर्कता संबंधी विषयों पर ध्यान दिया जाएगा, जिनमें लोगों को जागरूक करना और नागरिकों की सहभागिता से सार्वजनिक जीवन में अस्मिता तथा सत्यनिष्ठा के भारत के संकल्प को पुष्ट करना है. इस तीन दिवसीय सम्मेलन में विदेशों में विधि शास्त्र संबंधी जांच की चुनौतियों, भ्रष्टाचार के खिलाफ एहतियाती सतर्कता को प्रक्रियागत अंकुश के तौर पर लेना और वित्तीय समावेशन में चरणबद्ध सुधार और बैंकों में धोखाधड़ी को रोकना शामिल है.

सम्मेलन में इन मुद्दों पर होगी गहनता से चर्चा
इनके अलावा इस सम्मेलन में क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण, त्वरित एवं अधिक प्रभावी जांच के लिए एजेंसी का बहु आयामी समन्वयन, आर्थिक अपराधों की उभरती प्रवृत्तियां, साइबर अपराध और आपराधिक जांच एजेंसियों के बीच जांच एवं अपराध को रोकने के लिए अपनाई जाने वाली विधियों को साझा करना जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी.

कारोबार में सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान
पीएमओ ने जारी बयान में कहा कि यह सम्मेलन नीति निर्माताओं और इस तरह की विधियों में कार्यरत पेशेवरों को एक समान मंच उपलब्ध कराएगा ताकि वे प्रक्रियागत सुधारों से भ्रष्टाचार से लड़ सके और इससे बेहतर सुशासन तथा जवाबदेह प्रशासन को बढ़ावा मिलेगा. बयान में कहा गया, ‘यह भारत में कारोबार करने में सरलता के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान कारक है.’

ये लोग होंगे शामिल
इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह संबोधित करेंगे. इसमें भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के शीर्ष अधिकारी, सतर्कता ब्यूरो और सीबीआई के अधिकारियों के अलावा विभिन्न केन्द्रीय एजेंसियों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. सम्मेलन सत्र में राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों के अलावा तथा पुलिस महानिदेशक भी हिस्सा लेंगे.

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