PMC घोटाला: ED को 22 अक्टूबर तक मिली राकेश और सारंग वाधवान की रिमांड
Advertisement

PMC घोटाला: ED को 22 अक्टूबर तक मिली राकेश और सारंग वाधवान की रिमांड

पीएमएलए की विशेष अदालत ने पीएमसी बैंक घोटाले (PMC Bank Scam) में गिरफ्तार राकेश वाधवान (Rakesh Wadhwan) और सारंग वाधवान (Sarang Wadhwan) की रिमांड अवधि बढ़ा दी है

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुंबई: पीएमएलए की विशेष अदालत ने पीएमसी बैंक घोटाले (PMC Bank Scam) में गिरफ्तार राकेश वाधवान (Rakesh Wadhwan) और सारंग वाधवान (Sarang Wadhwan) की रिमांड अवधि बढ़ा दी है. HDIL के दोनों डायरेक्टरों को 22 अक्टूबर तक के लिए प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की हिरासत में भेज दिया गया है. बता दें कि मुंबई पुलिस ने HDIL के दो डायरेक्टर्स राकेश और सारंग वधावान को लोन डिफॉल्ट मामले में 3 अक्टूबर से गिरफ्तार किया था. जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें मामले में 16 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया था.

पीएमसी बैंक के एक और खाताधारक की मौत
पीएमसी बैंक के खाताधारक मुरली धारा (उम्र 80) की मौत हुई है. डॉक्टर ने बायपास करने को कहा था, लेकिन पीएमसी घोटाले के कारण जमा राशि बैंक के पास फंस गई. पैसे ना निकल पाने की वजह से बायपास सर्जरी नहीं हुई थी. 80 साल के मुरली धारा की हार्ट अटैक से ही  मौत हुई है. इससे पहले फटमल पंजाबी और संजय गुलाटी की तनाव के कारण हार्ट अटैक से मौत हुई थी. अब तक की यह तीसरी मौत है.

अरोरा को भी 22 अक्टूबर तक हिरासत में भेजा 
मुंबई पुलिस की इकोनॉमिक्स विंग पीएमसी बैंक घोटाले की जांच जिस तरह से कर रही हैं उसमें एक के बाद एक गिरफ्तारियां हो रही हैं तो वहीं कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पीएमसी बैंक घोटाले में गिरफ्तार 5वें आरोपी सुरजीत सिंह अरोरा को गुरुवार (17 सितंबर) को इकोनॉमिक्स विंग के अधिकारियों ने कोर्ट में हाज़िर किया. जहां पर पुलिस ने अरोरा के बारे में चौंकाने वाला खुलासा किया है.

देखें लाइव टीवी

पुलिस ने कोर्ट को गुरुवार को बताया था कि पीएमसी बैंक के लोन कमेटी में सुरजीत सिंह अरोरा ने निदेशक के रूप में काम किया है और कथित धोखाधड़ी उसे अच्छी तरह से पता है क्योंकि वो बैंक के बोर्ड ऑफ डायेरक्टर के साथ लोन कमेटी में भी था और इस घोटाले की जानकारी भी आरबीआई से छुपाने में इसका रोल हो सकता है.

इसके साथ ही ईओडब्ल्यू ने कोर्ट को गुरुवार को बताया था कि HDIL को लोन देने वाली कमेटी और बैंक के बोर्ड में भी था तो ऐसे में यह जो लोन दिया गया इसमें भी आरोपी अरोरा के रोल की जांच करनी है. HDIL के क्रेडिट और उसके लोन के रिकॉर्ड रखने में जो धांधली की गई है उसमें अरोड़ा के रोल हो सकता है. पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि HDIL के बैंक खातों से पैसे सुरजीत के बैंक खातों में ट्रांसफर हुए हैं. और पुलिस की इन दलीलों को सुनकर कोर्ट ने अरोरा को 22 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड दी है.

Trending news