पुणे (अरुण म्हेत्रे): अभी तक आपने स्कूल और कालेज के यूनिफार्म के बारे में सुना होगा. स्कूल या कालेज अपनी मर्जी से यूनिफार्म का कलर चुनता है लेकिन पुणे की एमआईटी संस्था के विश्वशांति गुरुकुल स्कूल ने तो जो कुछ किया है वैसा दुनिया के शायद ही किसी स्कूल – कालेज ने किया होगा. एमआईटी स्कूल ने लड़कियों के 'इनर वियर' का भी कलर तय कर डाला है. स्कूल के नियम के मुताबिक लड़कियों को सफेद या स्किन कलर के इनर वियर्स पहनने को कहा है. इस बारे में स्कूल की डायरी में लिखे नियमों में इसे शामिल किया है. साथ ही पेरेंट्स को इस पर साइन करने के लिए कहा गया है.
स्कूल के इस अजीबोगरीब नियम को लेकर पेरेंट्स नाराज है. इसके खिलाफ पेरेंट्स स्कूल के बाहर जमा हुए और विरोध जताया . लेकिन स्कूल मैनेजमेंट के कान पर जूं नहीं रेंगे. उनका कहना है कि ये नियम लड़कियों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है.
छात्रों के परिजनों का कहना है कि, 'स्कूल ने हमसे उस डायरी पर साइन करने को कहा है जिसमें यह नियम लिखा है, यहां तक बच्चों को कई बार टॉयलेट के इस्तेमाल पर भी पाबंदी लगाई गई है '
Parents of students of Maeer's MIT School,Pune stage protest over school's diktat for girl students to wear innerwear of specific colour, say,"They're asking us to sign the diary which mentions this. Children are not even allowed to use toilet multiple times here." #Maharashtra pic.twitter.com/4ZYYc0nd0A
— ANI (@ANI) July 4, 2018
इस मामले में एमआईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन की कार्यकारी निदेशक डॉ सुचित्रा कराद नागरे ने मीडिया को कहा, 'स्कूल डायरी में इस तरह के नियम जारी करने के पीछे कोई गलत मंशा नहीं थी. पूर्व में भी इस तरह के हमारे कुछ अनुभव रहे हैं जिसे लेकर हमें यह निर्णय लेना पड़ा है. हमारा कोई छिपा हुआ एजेंडा नहीं है. '
"The intention to give such specific directives in the school diary was very pure.We had some experiences in the past which made us take this decision. We didn't have any hidden agenda," Dr. Suchitra Karad Nagare, Executive director of MIT Group of Institute #Maharashtra pic.twitter.com/6wSHn65cZ9
— ANI (@ANI) July 4, 2018
शिक्षा (प्राथमिक) के निदेशक दिनकर दीमकर ने पुणे नगर निगम (पीएमसी) को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है. पीएमसी के शिक्षा बोर्ड ने मामले की जांच के लिए दो अधिकारियों को नियुक्त किया है. उधर महाराष्ट्र के स्कूली शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने इस मामले में ज़ी मीडिया को फोन पर बताया कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.