राजस्थान: विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
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राजस्थान: विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन

आत्महत्या के कारणों को लेकर विभागाध्यक्ष डॉ. अखिलेश जैन ने बताया कि आम तौर पर अवसाद, मानसिक विकार, शराब का सेवन करने, अत्यधिक तनाव या फिर सामाजिक और पारिवारिक अलगाव के चलते लोग आत्महत्या जैसे कदम उठाते हैं.

राजस्थान में सामाजिक और पारिवारिक मेलमिलाप के चलते इसका आंकड़ा कम है.

जयपुर: आत्महत्या के बढ़ते आंकड़े चिंता का विषय हैं और इसी के देखते हुए आज यानि कि 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (World Suicide Prevention Day) मनाया जाता है. इस के उपलक्ष में आज ईएसआई मॉडल हॉस्पिटल में आत्महत्या रोकथाम के विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. 

जिसमे मरीजों पर परिजनों को वीडियो एनिमेशन के जरिए आत्महत्या के कारणों और उनसे बचने के उपायों के बारे में बताया गया है. आत्महत्या के कारणों को लेकर विभागाध्यक्ष डॉ. अखिलेश जैन ने बताया कि आम तौर पर अवसाद, मानसिक विकार, शराब का सेवन करने, अत्यधिक तनाव, या फिर सामाजिक और पारिवारिक अलगाव के चलते लोग आत्महत्या जैसे कदम उठाते हैं. जिसे रोकने के लिए मनुष्य के इन लक्षणों को पहचान कर डॉक्टर की सलाह पर इलाज कराया जाना चाहिए. 

साथ ही समाजिक और परिवारक मेलमिलाप से भी कहीं न कहीं आत्महत्या के कारणों को रोका जा सकता है. इसी के साथ डॉ. जैन ने बताया कि 2015 के आंकड़ों के अनुसार 15 से 29 साल तक के युवाओ में आत्महत्या मृत्यु का दूसरा कारण है. भारत में इसका प्रतिशत 10.6 प्रति लाख है, जो चौकाने वाली बात है. 

हालांकि, राजस्थान में सामाजिक और पारिवारिक मेलमिलाप के चलते इसका आंकड़ा कम है. जो लगभग 4.8 प्रति लाख व्यक्ति है लेकिन जागरूकता की बात ये है कि अगर किसी व्यक्ति जिसके मन में खुदकुशी जैसी बात है तो हमें उसके लक्षण पहचान कर उससे बातचीत करनी चाहिए.

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