किसानों के लिए समर्थन मूल्य पर 15 अक्टूबर से पंजीयन शुरू हो चुका है. अब तक 1 लाख से अधिक किसानों ने मूंग, उड़द, सोयाबीन और मूंगफली के लिए पंजीयन कराया है.
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जयपुर: मूंग की खरीद के लिए राज्य सरकार ने दूसरी बार पंजीकरण की सीमा बढाई है. पहले सरकार ने 130 केंद्रों पर 10 फीसदी पंजीकरण की सीमा बढाई थी. लेकिन किसानों के समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद के लिए पंजीकरण की सीमा समाप्त हो गई थी लेकिन सरकार ने इसके बाद फिर से मूंग की खरीद के लिए पंजीकरण सीमा बढाकर हजारों किसानों को राहत दी है.
अबकी बार बढाए गए पंजीकरण में 24 हजार किसानों को राहत मिलेगी. सहकारिता विभाग ने मूंग की 3 लाख मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य रखा है. किसानों को समर्थन मूल्य पर अधिक से अधिक राहत पहुंचाने के लिए सरकार का ये कदम सराहनीय माना जा रहा है. राजफैड द्वारा 1 लाख 71 हजार किसानों का समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए पंजीयन किया जाएगा. जबकि पंजीकरण सीमा का पुनः निर्धारण से पहले 1 लाख 47 हजार किसानों का पंजीयन होना था.
किसानों के लिए समर्थन मूल्य पर 15 अक्टूबर से पंजीयन शुरू हो चुका है. अब तक 1 लाख से अधिक किसानों ने मूंग, उड़द, सोयाबीन और मूंगफली के लिए पंजीयन कराया है. पंजीयन की शुरूआत में टोंक, अजमेर, जैसलमेर, नागौर और सीकर जिलों के 20 केन्द्रों पर दो दिन में ही पंजीयन पूरा हो चुका था. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना का कहना है कि तहसीलवार पंजीकरण की सीमा के पुनःनिर्धारण से किसानों को राहत मिलेगी और उनका पंजीयन भी हो पाएगा. कुछ केन्द्रों पर पंजीयन पूरा हो गया था.अब आज से इन केन्द्रों पर पंजीयन फिर से शुरू होगा.
मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि मूंग की 3 लाख मीट्रिक टन, उड़द 96 हजार, सोयाबीन 3.54 लाख और मूंगफली 3.07 लाख मीट्रिक टन की खरीद का लक्ष्य रखा गया है. किसानों का ऑनलाइन पंजीयन आधार आधारित प्रमाणन से किया जा रहा है. सरकार का यही मकसद है कि अधिक से अधिक किसानों को समर्थन मूल्य मिल सके ताकि किसानों को उनकी मेहनत का पूरा लाभ मिल सके.