राजस्थान: महिला सशक्तिकरण के लिए शहरों में खोले जाएंगे स्वयं सहायता समहू- पायलट
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राजस्थान: महिला सशक्तिकरण के लिए शहरों में खोले जाएंगे स्वयं सहायता समहू- पायलट

अब हमारी जिम्मेदारी ये है कि इन स्टोर्स को किस तरह से वर्ल्ड क्लास बनाया जाए क्योंकि जो वस्तुएं यहां बेहद सस्ती मिलती हैं.

फाइल फोटो

जयपुर: राजस्थान में अब गांव की हर महिला को आजीविका का साधन मिल सकेगा. अब हर महिला आर्थिक रूप से सक्षम बन सकेगी. अपनी मेहनत और समूह के साथ मिलकर स्वंय सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को शहर में भी रोजगार के अवसर मिलेंगे. इसका पहला उदाहरण जयपुर में खोला गया राजीविका चौपाल का है.

इसी सेंटर की तर्ज पर अब सभी जिलों में इन सेंटर्स को खोला जाएगा ताकि गांव के साथ साथ इन महिलाओं द्धारा बनाई गई उपयोगी वस्तु शहरों में बिक सके और गांव की महिलाएं अपने आप सक्षम बन सकें. डिप्टी सीएम सचिन पायलट का कहना है कि ये स्टोर दुकान नहीं, बल्कि आशा का केंद्र है. अब हमारी जिम्मेदारी ये है कि इन स्टोर्स को किस तरह से वर्ल्ड क्लास बनाया जाए क्योंकि जो वस्तुएं यहां बेहद सस्ती मिलती हैं.

वही वस्तुएं मॉल्स में बहुत महंगी मिलती है इसलिए इन सेंटर का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करना होगा. सबसे अच्छी बात ये है कि 90 फीसदी महिलाओं ने आजीविका के जरिए लिया गया ऋण चुका दिया. ऐसे में दूसरे लोगों को इन महिलाओं से सीख लेनी चाहिए.

डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा, ये स्टोर दुकान नहीं, बल्कि आशा का केंद्र हैं. अब हमारी जिम्मेदारी ये है कि इन स्टोर्स को किस तरह से वर्ल्ड क्लास बनाया जाए क्योंकि जो वस्तुएं यहां बेहद सस्ती मिलती हैं वो मॉल्स में काफी महंगी बिकती हैं.

स्वंय सहायता समूह की महिलाएं गांवों में छोटे छोटे कुटीर उघोग के माध्यम से अपनी आजीविका चलाती हैं. इन्हे बढावा देने के लिए अब गांव से चलकर शहरों में भी ऐसे सेंटर सरकार जरूर खोलेगी लेकिन सेंटर के आसपास की महिलाओं को भी इन सेंटर्स से जोड़ना होगा. मंत्री प्रतापसिंह खाचरिवास ने विभाग को यह सुझाव दिया. इस दौरान कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सचिन पायलट और परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने राजीविका में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान किया.

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