यह गेंहू, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से मंगाया गया है. जब इन राज्यों से गेंहू की सप्लाई महाराष्ट्र में हुई थी, तभी ये गीला था, जिसके कारण यह जल्द सड़ने लगा.
Trending Photos
नासिकः महाराष्ट्र के नासिक मे राशन की दुकानों पर मिलने वाले गेंहूं को लेकर उसे बांटने और उसे खरीदन वाले कार्ड धाकर सभी लेग परेशान हैं. गोदामों में जो गेंहू दुकानों तक पहुंच रहा है वह काला, सड़ा, गिला और मिट्टी मिला हुआ हैं. इस गेंहू को लेने वाले लोगों का कहना है कि ये इतना खराब है कि इसे जानवर तक नहीं खा रहे हैं लेकिन लोगों की मजबूरी है उन्हें खाना पड़ रहा हैं.
राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग ने मंगवाया था गेंहू
बताया जा रहा है कि यह गेंहू, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से मंगाया गया है. जब इन राज्यों से गेंहू की सप्लाई महाराष्ट्र में हुई थी, तभी ये गीला था, जिसके कारण यह जल्द सड़ने लगा. यह गेंहू राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग की तरफ से मंगाया गया और उन्हीं तरफ से सरकारी राशन की दुकानों पर वितरण किया गया.
विभाग ने गेंहू की गुणवत्ता पर कही ये बात
गेंहू की गुणवत्ता पर जब सवाल उठने शूरु हुए तो खाद्य और आपूर्ति विभाग द्वारा भारतीय खाद्य निगम और जिले के गुणवत्ता नियंत्रक द्वारा संयुक्त रूप से गेंहू के नमूनों की जांच करने के आदेश दिए गए. ताजुब्ब की बता ये रही आपूर्ति विभाग का कहना है कि गेंहू भले ही देखने मे काला हो लेकिन ये खाने लायक हैं.
खुले बाजार ने इन दिनों अच्छे गेंहू की कीमत 25 रुपए से लेकर 35 रुपए तक है, लेकिन राशन की दुकान पर गेंहू की कीमत 11-12 रुपए तक है. ऐसे में गरीब आदमी अपना पेट भरने के लिए राशन का गेंहू लेने के लिए मजबूर है. राशन की दुकान से गेहूं लेने वाले लोगों का कहना है कि उनके पास इस गेंहू के लेने के अलावा और कोई चारा नही हैं इसलिए वो ऐसा गेंहू खा रहे हैं.