मुंबई: पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा- दाभोलकर के असली हत्यारों को बचाया जा रहा है
Advertisement

मुंबई: पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा- दाभोलकर के असली हत्यारों को बचाया जा रहा है

कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के पीछे मौजूद वास्तविक सरगना और तीन अन्य प्रमुख लोगों को बचाया जा रहा है. 

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री.(फाइल फोटो)

मुंबई: कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के पीछे मौजूद वास्तविक सरगना और तीन अन्य प्रमुख लोगों को बचाया जा रहा है, जबकि कुछ लोगों को जांच एजेंसियां ‘बलि का बकरा’ बना रही हैं एवं षड्यंत्रकारी के रूप में नामजद कर रही हैं. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने दाभोलकर की हत्या के सिलसिले में हाल ही में गई गिरफ्तारियों के समय को लेकर भी सवाल उठाया. चव्हाण ने कहा कि 2011 में जब वह मुख्यमंत्री थे और केंद्र में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार थी तब उन्होंने दक्षिण पंथी संगठन सनातन संस्था पर पाबंदी लगाने की मांग की थी क्योंकि यह एक विभाजनकारी और हिंसक संगठन है.

उन्होंने कहा कि वह अब भी संगठन पर पाबंदी लगाए जाने के पक्ष में हैं जिसका संबंध 2013 से दाभोलकर सहित अन्य तर्कवादियों और विद्वानों की हत्याओं से जुड़ा हुआ है. हालांकि, सनातन संस्था ने इन हत्याओं से किसी तरह का संबंध होने की बात से इनकार किया है. अंधविश्वास के खिलाफ काम करने वाले दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी.

fallback

उनके बाद एक और तर्कवादी गोविंद पानसरे की कोल्हापुर में फरवरी 2015 में हत्या कर दी गई थी. हिंदुत्व विरोधी विचारों को लेकर जाने जानी वाली पत्रकार गौरी लंकेश की बेंगलुरू में पिछले साल पांच सितंबर को गोली मार कर हत्या कर दी गई.  चव्हाण ने कहा कि दाभोलकर की पांचवी बरसी से कुछ दिन पहले जांच एजेंसियों ने अचानक ही छापे मारे और कुछ लोगों को सरगना बताते हुए उन्हें गिरफ्तार किया.

उन्होंने कहा, ‘‘फिर, पिछले चार साल से चल रही जांच में क्या हुआ? ’’ उन्होंने कहा कि उन्हें अब भी यह लगता है कि इन हत्याओं के सरगनाओं को बचाया जा रहा और षडयंत्रकारी के तौर पर कुछ को बलि का बकरा बना कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि किसी नये आरोपी का नाम सामने नहीं आएगा तथा जांच को कोई और दिशा नहीं दी जाएगी.’’ 

नरेंद्र दाभोलकर हत्या मामले में मुख्य शूटर गिरफ्तार : सीबीआई
सीबीआई ने तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर हत्या मामले में कथित मुख्य शूटर को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने आज बताया कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के निवासी सचिन प्रकाशराव आंदुरे को देर शाम गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि माना जाता है वह भी उन शूटरों में था जिसने 20 अगस्त 2013 को दिनदहाड़े दाभोलकर पर गोलियां चलायी थी. दाभोलकर अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम चला रहे थे. सीबीआई के इस आपेशन में एटीएस ने मदद की. आरोपी को रविवार को पुणे कोर्ट में पेश किया जाएगा.

हाल ही में एटीएस ने नालासोपारा केस में 3 लोगों की गिरफ्तारी की थी जिसमें से एक ने दाभोलकर केस में शामिल होने की बात कबूल की थी. सूत्रों के मुताबिक इसी ने सचिन प्रकाशराव आंदुरे के नाम का खुलासा किया. जिसके बाद एटीएस ने सचिन को हिरासत में लेकर सीबीआई के हवाले कर दिया. 

आपको बता दें कि सीबीआई के सूत्रों ने कहा था कि सनातन संस्था के कार्यकर्ता वीरेंद्र तावड़े और सारंग अकोलकर तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की हत्या 2009 में ही करना चाहते थे, लेकिन उसी साल मडगांव बम विस्फोट होने से उन्होंने योजना त्याग दी. संस्था के दो कार्यकर्ता मलगोंडा पाटिल और योगेश नाईक नवंबर 2009 में उस समय मारे गए थे जब दुर्घटनावश वह बम फट गया जिसे वे मडगांव, गोवा लेकर जा रहे थे . सीबीआई सूत्रों ने कहा, ‘अब तक के दस्तावेजी सबूतों और जांच के अनुसार तावड़े और अकोलकर (दोनों) दाभोलकर को 2009 में मारना चाहते थे .

इनपुट भाषा से भी 

Trending news