रोडवेज की खस्ता हालात में सुधार के लिए फ्लैक्सी सिस्टम लागू किया गया था. जयपुर-दिल्ली रूट पर रोडवेज की वॉल्वों बसों से लेकर साधारण बसों में ऑनलाइन टिकट और समूह यात्रा में किराए में छूट दी गई थी.
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जयपुर: रोड ट्रांसपोर्ट विभाग में अधिकारियों के ट्रांसफर होते ही योजनाएं भी ठंडे बस्ते में जाती हुई नजर आने लगी हैं. रोडवेज की फ्लैक्सी योजना को तत्कालीन एमडी शुचि शर्मा ने चालू किया था, लेकिन उनके तबादले के बाद नए एमडी के पदभार संभालते ही योजना को बंद कर दिया गया है. यात्रियों को किराए में रियायत देने के नाम पर रोडवेज का दोहरा चेहरा देखने को मिल रहा है. इस मामले को भी सियासत से जोड़कर देखा जा रहा है.
रोडवेज की खस्ता हालात में सुधार के लिए फ्लैक्सी सिस्टम लागू किया गया था. जयपुर-दिल्ली रूट पर रोडवेज की वॉल्वों बसों से लेकर साधारण बसों में ऑनलाइन टिकट और समूह यात्रा में किराए में छूट दी गई थी. लेकिन अब रोडवेज प्रशासन 700 रूपए की जगह 900 रूपए ही वसूलेगा. इतना ही नहीं महिलाओं को योजना के तहत मिलने वाली छूट भी बंद कर दी गई है. रोडवेज के इस कदम से त्योहारी सीजन में निजी बसों पर यात्रियों की निर्भरता ज्यादा बढ़ने वाली है, यानी रोडवेज को यहां से भी घाटा मिलने वाला है.
जहां एक महीने पहले ही समूह में यात्रा करने पर छूट, बस में न्यूनतम 4 और 6 यात्री के ऑनलाइन रिजर्वेशन, टिकट बुकिंग और अग्रिम आरक्षण पर 10 फीसदी की छूट दी गई थी, तो 16 दिन पहले टिकट बुक कराने पर 20 फीसदी छूट मिलती थी. जबकि फ्लैक्सी योजना बंद होने से सबसे ज्यादा नुकसान दीपावली पर विंडो टिकट वाले यात्रियों को होगा. दरअसल 15 अक्टूबर से पहले जिन यात्रियों ने ऑनलाइन टिकट बुक करा ली है, उन्हे पुरानी योजना के तहत ही सस्ते किराए में यात्रा करने का मौका मिलेगा, जबकि विंडों से टिकट लेने वालों को अब ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी.