राहुल गांधी ने अपना पद छोड़ते हुए कहा था कि इस बार गांधी नेहरू परिवार से कोई अध्यक्ष नहीं बनेगा. लेकिन एक बार फिर से ये पद गांधी परिवार के पास ही गया.
Trending Photos
नई दिल्ली : ढाई महीने की मशक्कत के बाद आखिरकार कांग्रेस ने अपने अध्यक्ष पद की खोज पूरी कर ली. सोनिया गांधी को कांग्रेस का नया अंतरिम अध्यक्ष बना दिया गया. हालांकि उनकी नियुक्ति कई सवालों को भी छोड़ गई. राहुल गांधी ने अपना पद छोड़ते हुए कहा था कि इस बार गांधी नेहरू परिवार से कोई अध्यक्ष नहीं बनेगा. लेकिन एक बार फिर से ये पद गांधी परिवार के पास ही गया.
इस बारे में जब कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला से पूछा गया तो उन्होंने कहा, कांग्रेस ने इतने समय में लंबी मंत्रणा की. अपने करोड़ों कार्यकर्ताओं की राय जानी. विधायक दल के नेताओं से पूछा. पार्टी के सचिव और महासचिवों से भी बात की गई. उसके बाद प्रस्ताव आया कि राहुल गांधी ही अध्यक्ष बने रहें. लेकिन जब राहुल ने इसे नहीं स्वीकारा. उन्होंने बड़ी विनम्रता से इसे ठुकरा दिया. ऐसे में जब हमारा नेतृत्व और देश विकट परिस्थिति से गुजर रहा है. संसद के बाहर और अंदर हमें एक दमदार नेतृत्व की तलाश है तो हमारे पास सोनिया गांधी के अलावा कोई दूसरा चेहरा नहीं था.
CWC की बैठक में 3 प्रस्ताव पास, राहुल ने ठुकराया पद, सोनिया गांधी बनीं अंतरिम अध्यक्ष
सुरजेवाला ने कहा, सोनिया गांधी एक ऐसी आवाज हैं, जो पहले भी पार्टी का नेतृत्व सफलतापूर्वक कर चुकी हैं. वह एक टेस्टेड आवाज हैं. इसलिए हमने उन्हें चुना है. जब तक कांग्रेस अपना नया अध्यक्ष नहीं चुन लेती तब सोनिया गांधी इस जिम्मेदारी को संभालेंगी.
बता दें कि सोनिया गांधी सबसे लंबे समय तक कांग्रेस की अध्यक्ष रहने का रिकॉर्ड बना चुकी हैं. उनके बाद ही कांग्रेस की कमान राहुल गांधी के पास आई थी, लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव में हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.