दिल्ली में किराएदार मतलब खुशियों पर ब्रेक, इतने प्रतिशत लोगों के पास नहीं हैं मकान
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दिल्ली में किराएदार मतलब खुशियों पर ब्रेक, इतने प्रतिशत लोगों के पास नहीं हैं मकान

किराएदार होने का ठप्पा कैसे जिंदगी के रंगों को फीका कर देता है. यह आप दिल्ली (Delhi) में रहने वाले अंकित की मां की आंखों में देख सकते हैं. पिछले कई वर्षों से बेटे का ब्याह रचाने का ख्वाब पल रहा है लेकिन अपना मकान न होने की वजह से वे उसकी शादी नहीं कर पा रही हैं.

दिल्ली में किराएदार मतलब खुशियों पर ब्रेक, इतने प्रतिशत लोगों के पास नहीं हैं मकान

नई दिल्ली: किराएदार होने का ठप्पा कैसे जिंदगी के रंगों को फीका कर देता है. यह आप दिल्ली (Delhi) में रहने वाले अंकित की मां की आंखों में देख सकते हैं. पिछले कई वर्षों से बेटे का ब्याह रचाने का ख्वाब पल रहा है. लेकिन खुद का मकान न होने की वजह से कोई व्यक्ति अपनी बेटी की शादी उनके घर में नहीं करना चाहता. यह कहानी सिर्फ अंकित या उनके परिवार की नहीं बल्कि दिल्ली के हर तीसरे परिवार की है. 

  1. दिल्ली में 34.38% परिवारों के पास अपने मकान नहीं
  2. नई दिल्ली में है सबसे ज्यादा किराएदार 
  3. तंग घरों में रहने को मजबूर हैं दिल्ली के लोग

दिल्ली सरकार के सर्वे से निकाला बड़ा सच
दिल्ली सरकार ने राजधानी के लोगों की सोशियो-इकनॉमिकल प्रोफाइल का जायजा लेने के लिए एक सर्वे (Survey) करवाया है. सर्वे में पता चला है कि दिल्ली का हर तीसरा परिवार किराएदार है. यही नहीं, दिल्ली में 5 में से सिर्फ एक परिवार के घर में एसी लगा है. ये रिपोर्ट 20.05 लाख परिवारों और 1.02 करोड़ जनसंख्या पर किए गए सर्वे के बाद तैयार की गई है.
 
दिल्ली में 34.38% परिवारों के पास अपने मकान नहीं
सर्वे के मुताबिक दिल्ली में 66.38% परिवारों का अपना आशियाना है. वहीं 34.38% परिवार किराये के मकान में रहते हैं. गर्मी और उमस भरे इस शहर में सिर्फ 22.22% परिवार अपने घरों में एसी रखते हैं. दिल्ली सरकार की रिपोर्ट ये भी कहती हैं कि शहर में सिर्फ 1.66% परिवार का महीने का औसत खर्च 50 हजार रुपये से ऊपर है. यानी दिल्ली में रहने वाला एक बड़ा तबका सिर्फ उतने ही पैसे कमा पाता है. जिससे उसके परिवार का महीने भर का खर्च चल सके.

नई दिल्ली में है सबसे ज्यादा किराएदार 
नई दिल्ली जिले में सबसे ज्यादा 51.85% परिवार किराये पर रहते हैं. यहां 44.73% परिवारों के अपने घर और बाकी 3.42% के अन्य बसेरे हैं. शाहदरा जिले में 76.37% परिवार अपने घरों में रहते हैं. इस जिले में 22.71% परिवार किराये पर रहते हैं और 1.43% परिवारों का कोई दूसरा बसेरा है. इसके बाद आता है सेंट्रल जिले का नंबर, जहां 72.36% परिवार अपने घरों और 26.13% किराये पर रहते हैं...

तंग घरों में रहने को मजबूर हैं दिल्ली के लोग
दिल्ली में इतने घर हैं तो सोलर पैनल लगाने की गुंजाइश को भी इस रिपोर्ट ने खंगाला है ताकि लोगों के घर से ही एनर्जी प्रोडक्शन का प्लान तैयार किया जा सके. स्टडी में पाया गया है कि जिन लोगों के पास अपने घर हैं उनमें से सिर्फ 26.20% के पास सोलर पैनल लगाने की जगह है. डिस्ट्रिक्ट वाइज सबसे ज्यादा ये अनुपात साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में है. यहां 38.29% परिवार इस सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, शाहदरा डिस्ट्रिक्ट में लोगों 
के पास अपने घर तो हैं मगर जगह नहीं. यहां 78.43% ऐसे परिवार हैं जो अपने घरों में जगह की कमी की वजह से सोलर पैनल नहीं लगा सकते.

पांच में से सिर्फ एक घर में एसी
रिपोर्ट कहती हैं कि दिल्ली में 77.78% परिवारों के पास एसी नहीं हैं. सिर्फ 22.22% परिवारों के पास ये सुविधा है. इनमें सबसे ज्यादा परिवारों की संख्या 30.52% साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में हैं. वहीं, 30.21% परिवार शाहदरा डिस्ट्रिक्ट से हैं. नॉर्थ ईस्ट में रहने वाले परिवारों में सबसे ज्यादा 87.84% परिवारों के पास एसी की सुविधा नहीं है. इसके बाद साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट 83.50% का नंबर आता है.

दिल्ली के लोगों का औसत खर्च 10 से 25 हजार रुपये महीना
दिल्ली में 47.31% परिवार का महीने का औसत खर्च 10 हजार रुपये से 25 हजार रुपये है. ये अनुपात सबसे ज्यादा 56.50% साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में है. वहीं, शहर में 10 हजार रुपये तक का औसत खर्च करने वाले दिल्ली में 42.59% परिवार हैं. इनमें सबसे ज्यादा ऐसे परिवार का पर्सेंटेज 54.13% नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट में है. साउथ वेस्ट में ऐसे परिवार सबसे कम 30.99% हैं. 50 हजार रुपये से ऊपर औसत खर्चा करने वाले परिवार राजधानी में सिर्फ 1.66% हैं. इस कैटिगरी में सबसे ज्यादा पर्सेंटेज 3.04% नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट में है. यहां 35.55% परिवारों का मासिक खर्च 10 हजार तक, 46.35% का 10 हजार से 25 हजार रुपये तक है. नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में यह अनुपात 2.77% और शाहदरा डिस्ट्रिक्ट में 2.09% ऐसे परिवार हैं.

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बाकी देश का हालात भी ठीक नहीं
लेकिन अगर आप दिल्ली का हाल देखकर परेशान हो गए हैं तो आपको एक नज़र national statistics office के साल 2017-18 के आंकड़ों पर भी डाल लेनी चाहिए जो बताते हैं कि देश में लोगों की औसत आय महज़ 1446 रूपए है. इसके मुताबिक देश में :-
66.38% परिवारों के पास है अपना खुद का घर
76.37% परिवारों के पास अपना घर शाहदरा में, सबसे ज्यादा
51.85% परिवार किराये पर रहते हैं नई दिल्ली में, सबसे ज्यादा
1.66% परिवारों का ही महीने का औसत खर्च 50 हजार रुपये से ज्यादा
42.59% परिवार महीने का खर्च 10 हजार रुपये में चलाते हैं
26.20% परिवारों के पास ही है सोलर पैनल लगाने की जगह है 

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