नई दिल्ली: कानपुर हत्याकांड (Kanpur Encounter) के मुख्य आरोप और यूपी के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (Vikas Dubey) को आज उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि गिरफ्तारी के बाद भी उसकी आंखों में डर नहीं था और वो जोर-जोर से चिल्लाकर अपनी पहचान 'मैं विकास दुबे हूं...कानपुर वाला' बता रहा था. जिसके बाद पुलिस ने अपने हाथ से उसका मुंह दबा दिया और उसे जीप में ले जाकर बैठा दिया.


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पूरा मामला आज यानी गुरुवार सुबह का है जब महाकाल मंदिर के गार्ड ने फोन पर विकास दुबे के मंदिर में होने की सूचना दी. जिसके बाद उज्जैन एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खुद संज्ञान लिया और मौके पर पहुंचकर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया. करीब 4 से 5 पुलिसकर्मियों ने विकास मंदिर से पकड़कर बाहर निकाला और जीप तक लेकर आई. यहां पुलिस ने हथियार होने की आशंका से उसकी तलाशी ली लेकिन कुछ नहीं मिला. 


इस दौरान भीड़ इकट्ठा होने लगी तो विकास दुबे जिसे देख विकास दुबे ने चिल्लाना शुरू कर दिया. वो चिल्लाते हुए लोगों को अपनी पहचान बता रहा था. लेकिन तभी एक पुलिसकर्मी ने पीछे से उसकी गर्दन पर मारते हुए चुप कर दिया और जीप में ले जाकर बैठा दिया और वहां से उसे थाने ले जाया गया. थाने में पहुंचने के बाद पुलिस ने उसे जीप से उतारा और उसकी गर्दन पकड़कर थाने के अंदर ले गई. जहां उससे आगे की कार्रवाई की जाएगी.


बताते चलें कि देर रात से ही दुबे के नोएडा में होने की सूचना थी. जिस कारण नोएडा और दिल्ली बॉडर्र पर पुलिस ने कड़ी नाकाबंदी कर रखी थी. पुलिस हर व्यक्ति का मास्क हटवाकर जांच कर रही थी. लेकिन सुबह उज्जैन से विकास दुबे की गिरफ्तारी की खबर ने सबको चौंका दिया. जानकारों का मानना है कि विकास दुबे को डर था कि यूपी में उसका एनकाउंटर हो सकता है. इसलिए उसने मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित एक धार्मिक स्थल में जाकर सरेंडर कर दिया. शायद दुबे को विश्वास था कि पुलिस मंदिर के अंदर उसे गोली नहीं मारेगी. लेकिन फिर भी एक कुख्यात बदमाश को पकड़ लिया गया.


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