सात साल पहले शुरू हुआ मौतों का सिलसिला अब थमेगा, Jewar Airport के पास बनेगा ट्रॉमा सेंटर
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सात साल पहले शुरू हुआ मौतों का सिलसिला अब थमेगा, Jewar Airport के पास बनेगा ट्रॉमा सेंटर

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश पर दिल्ली (Delhi) आईआईटी (IIT) ने स्टडी रिपोर्ट भी तैयार कर दी लेकिन न ही यमुना एक्सप्रेस-वे पर रफ्तार का सिलसिला थमा और न ही मौत के आंकड़े रुक पाए. 

जेवर एयरपोर्ट (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: मौत का एक्सप्रेस-वे (Express way) कहा जाने वाला एनसीआर (NCR) को आगरा से जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस वे (Yamuna Express way) पर अब मौतों का सिलसिला रुक सकता है. यहां सात साल पहले से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला अब तक लगातार जारी है. आंकड़े के मुताबिक, अगस्त 2012 से मार्च 2019 तक 5639 सड़क हादसों में अबतक करीब 940 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 4550 लोग घायल हुए हैं. ऐसे में जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) शुरू होने से पहले एयरपोर्ट के पास एक ट्रॉमा सेंटर (Trauma center) बनाया जाएगा जिसे शासन की मंजूरी भी मिल गई है. 

  1. जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के पास बनेगा ट्रॉमा सेंटर
  2. शासन ने सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है, जल्द शुरू होगा काम
  3. नोएडा-अलीगढ़-बुलंदशहर को भी होगा फायदा

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जेवर (Jewar) में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (International Airport) से सटे यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Express way) पर बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं की वजह से इसे 'डेथ वे(Death-Way) भी कह देते हैं. वहीं पेरिफेरल एक्सप्रेस वे (Peripheral Express-Way)और राष्ट्रीय राजमार्गों (National highways) पर दुर्घटना होने पर आसपास में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Speciality Hospital) न होने के कारण घायलों को दिल्ली एम्स ट्रॉमा सेंटर (Delhi AIMS Trauma Center) ले जाना पड़ता है. ऐसे में कई बार घायल रास्ते में हीं दम तोड़ देते हैं.

गतिविधियां होगी अब तेज 
जेवर एयरपोर्ट बनने के साथ ही बड़े पैमाने पर औद्योगिक गतिविधियां शुरू हो जाएंगी.इसके बाद दुर्घटनाओं का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है. अगस्त 2012 में जब एक्सप्रेस वे शुरू होते से अब तक मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. ऐसे में अब इस मार्ग पर ट्रॉमा सेंटर के खुलने से मौत के इस सिलसिले को रोका जा सकेगा.

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जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह (Dheerendra Singh) ने बताया, 'जेवर एयरपोर्ट बनते ही दुनिया के बड़े कारोबारी और लोगों की बसाहट बढ़ेगी लेकिन दुर्घटना होने पर दिल्ली जाते-जाते कई घायलों की मौत हो जाती थी. ऐसे में एयरपोर्ट शुरू होने से पहले एक ट्रॉमा सेंटर बने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्वास्थ्य अपर मुख्य सचिव मोहन प्रसाद को प्रस्ताव दिया गया है.'

शासन ने दी सैद्धांतिक मंजूरी
धीरेंद्र ने बताया कि शासन ने सैद्धांतिक मंजूरी भी दे दी है और बहुत जल्द इस परियोजना पर काम भी शुरू हो जाएगा. गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़ और बुलंदशहर के लोगों को फायदा मिलेगा. यमुना पार हरियाणा के लोग भी यहां इलाज कराने आ सकेंगे. यमुना एक्सप्रेस-वे का औद्योगिक विकास प्राधिकरण इसके लिए जमीन देगा. नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने अपने-अपने इलाकों में मल्टी स्पेशिलिटी अस्पतालों (Multi Specialty Hospitals) का निर्माण किया है. 

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