उत्तराखंड: चार धाम देवस्थान बोर्ड बनाने पर पुजारियों ने फिर जताया विरोध, मुख्य सचिव को लिखा पत्र
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उत्तराखंड: चार धाम देवस्थान बोर्ड बनाने पर पुजारियों ने फिर जताया विरोध, मुख्य सचिव को लिखा पत्र

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा करवाने वाले पुजारियों ने प्रदेश की 61 मंदिर समितियों से सलाह किए बिना देवस्थानम बोर्ड का गठन किए जाने का विरोध किया है. पुजारियों ने कहा कि प्रदेश के पुजारियों की इच्छा के विरुद्ध जाकर इस बोर्ड का गठन किया गया.

फाइल फोटो

देहरादून: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा करवाने वाले पुजारियों ने प्रदेश की 61 मंदिर समितियों से सलाह किए बिना देवस्थानम बोर्ड का गठन किए जाने का विरोध किया है. पुजारियों ने कहा कि प्रदेश के पुजारियों की इच्छा के विरुद्ध जाकर इस बोर्ड का गठन किया गया. इससे हजारों पुजारियों के सामने रोजी- रोटी का संकट पैदा हो गया. 

  1. देवस्थानम बोर्ड बनाए जाने का किया विरोध
  2. बाढ़ पुननिर्माण का काम जल्द शुरू किया जाए
  3. सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका हो चुकी है खारिज

देवस्थानम बोर्ड बनाए जाने का किया विरोध
राज्य के मुख्य सचिव ओमप्रकाश को सौंपे पत्र में पुजारियों ने कहा कि, "हम देवस्थानम बोर्ड बनाने के राज्य सरकार के फैसले का विरोध करते हैं." इस फैसले के लिए सरकार ने प्रदेश के हजारों पुजारियों और मंदिर समितियों से कोई सलाह नहीं ली. यह सरकार का इकतरफा फैसला था. जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. 

बाढ़ पुननिर्माण का काम जल्द शुरू किया जाए
पुजारियों ने सरकार से मांग कि वर्ष 2013 में आई विनाशकारी बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए मकानों का जल्द से जल्द पुननिर्माण किया जाए. उन्होंने कहा कि इस आपदा के बाद पूरे उत्तराखंड में दोबारा से राहत कार्य शुरू करने के लिए आम लोगों और पुजारियों ने भी अपने संसाधन सरकार दिए थे. इसके बाद ही केदारनाथ धाम के पुननिर्माण के लिए सरकार से आग्रह किया. लेकिन अब राज्य के लोग मास्टर प्लान के नाम पर अपनी जमीन या संपत्ति सरकार के साथ साझा करने के लिए तैयार नहीं हैं. 

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सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका हो चुकी है खारिज
बता दें कि इससे पहले बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी चार धाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम, 2019 की वैधता को चुनौती देते हुए उत्तराखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. जिसे हाई कोर्ट ने सुनवाई के बाद 21 जुलाई को खारिज कर दिया था. (इनपुट एएनआई)

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