ओवैसी की बेटी की शादी आज हो रही है. वीडियो में सुना जा सकता है कि इसके बाद सदन में मौजूद सभी सदस्यों ने जमकर ठहाके लगाए.
Trending Photos
नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र में तीन तलाक विधेयक का मुद्दा छाया हुआ है. गुरुवार को इस विधेयक को भारी हंगामे के बीच लोकसभा में पारित किया गया है. अब इसे राज्यसभा में पेश किया जाना है. लेकिन गुरुवार को जब लोकसभा में तीन तलाक बिल को पारित कराने के लिए वोटिंग हो रही थी तो यहां एक बात पर खूब ठहाके गूंजे.
दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में वोटिंग के दौरान लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को उनके पीछे खड़े मार्शल ने बताया असदुद्दीन ओवैसी की बेटी की शादी है सटर्डे या संडे को लेकिन वह यहां टाइम वेस्ट कर रहे हैं. लेकिन इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष का माइक ऑन रह गया. इससे यह बात पूरे सदन में गूंज गई. वीडियो में सुना जा सकता है कि इसके बाद सदन में मौजूद सभी सदस्यों ने जमकर ठहाके लगाए.
"Inki beti ki shaadi hai sunday ko, @asadowaisi ki....Aur ye yaha timepass kar rahe hai" #TheAccidentalPrimeMinister#TripleTalaqBill #TripleTalaqBillTest pic.twitter.com/z5oyknJsE7
— Lazy Lad (@Shashi_Gawhade) December 27, 2018
बता दें कि ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख और हैदराबाद से लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी की बेटी कुदसिया ओवैसी की शादी शनिवार को हो रही है. ओवैसी की बेटी की शादी हैदराबाद के बड़े कारोबारी आलम खान परिवार में हो रही है. शनिवार को नवाब बरकत आलम खान से ओवैसी की बेटी की शादी है.
ओवैसी और खान खानदान कई पीढि़यों से दोस्त हैं. बरकत आलम खान नवाब अहमद आलम खान के बेटे और नवाब शाह आलम खान के पौत्र हैं. बरकत ने मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रैजुएशन किया है और परिवार का बिजनेस संभाल रहे हैं.
बता दें कि गुरुवार को मुस्लिम समाज में एक बार में तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) पर रोक लगाने के उद्देश्य से लाए गए ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक’ को लोकसभा की मंजूरी मिल गई. विधेयक में सजा के प्रावधान का कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध किया और इसे संयुक्त प्रवर समिति में भेजने की मांग की.
हालांकि सरकार ने स्पष्ट कि यह विधेयक किसी को निशाना बनाने के लिए नहीं बल्कि मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लाया गया है. सदन ने एनके प्रेमचंद्रन के सांविधिक संकल्प एवं कुछ सदस्यों के संशोधनों को नामंजूर करते हुए महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक 2018 को मंजूरी दे दी. विधेयक पर मत विभाजन के दौरान इसके पक्ष में 245 वोट और विपक्ष में 11 मत पड़े.