कश्मीर में मौसम ने ली करवट, पहाड़ों पर जमकर बर्फ तो मैदानी इलाकों में बारिश से पारा लुढ़का
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कश्मीर में मौसम ने ली करवट, पहाड़ों पर जमकर बर्फ तो मैदानी इलाकों में बारिश से पारा लुढ़का

आमतौर पर दिसंबर में होने वाली बर्फ के नवंबर में ही होने से यहां चहल-पहल हो गई है. 

कश्मीर में मौसम ने ली करवट, पहाड़ों पर जमकर बर्फ तो मैदानी इलाकों में बारिश से पारा लुढ़का

गुलमर्गः कश्मीर घाटी में मौसम की पहली बर्फबारी के चलते पहलगाम, सोनमर्ग, गुलमर्ग के अलावा जोलिला, द्रास, कारगिल बर्फ की सफेद चादर में लिपट गए. बर्फ की ख़बर सुनते ही कश्मीर आए पर्यटकों ने हिल स्टेशन का रूख किया. गुलमर्ग में लोग बर्फ के होने से काफी खुश हैं. आमतौर पर दिसंबर में होने वाली बर्फ के नवंबर में ही होने से यहां चहल-पहल हो गई है. लोग स्कीइंग का भी मज़ा ले रहे है. यहां आया हर पर्यटक इसे जीवन का यादगार अनुभव बता रहा है और कश्मीर को पर्यटकों के लिए सुरक्षित मान कर यह संदेश देर रहा है कि हर किसी को कश्मीर आकार इस जन्नत का अनुभव कर लेना चाहिए.

महाराष्ट्र से आए टूरिस्ट प्रशांत कुमार ने बताया, “यह लम्हें काफ़ी यादगार है, पहली बार बर्फ देखी...यक़ीन नहीं था बर्फ मिलेगी. मगर क़िस्मत अच्छी है”.  “हम ने मीडिया में बोहत कुछ सुना था यहां हालत ख़राब है मगर हम तीन दिन से यहां है हमें ऐसा कुछ नहीं लगा कबी कुछ होता होगा मगर पर्यटकों के लिए यह जगा बोहत सुरक्षित है सब को एक बार यहां आना चाहिए”. एक अन्य टूरिस्ट पूजा गुप्ता ने बताया, 'भले ही ठंड से बदन कांपता रहा, लेकिन मस्ती में कोई कमी नहीं आई. हमें यक़ीन नहीं था बर्फ मिलेगी. आज हमारे टूर का आख़िर दिन था क़िस्मत अच्छी रही. गिरती बर्फ देखने को मिली बहुत शानदार मौसम है दिल करता है यहीं रुके.'

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पिछले 24 घंटों में मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिला है. पहाड़ों पर 6 इंच से लेकर एक फीट तक रिकार्ड बर्फ हुई है. जबकि मैदानी इलाक़ों में लगातार बारिश हो रही है. श्रीनगर लेह  राजमार्ग और मुग़ल रोड पर यातायात बंद कर दिया गया है. जबकि बाक़ी जगह यातायात पर भारी प्रभाव पड़ा है. नियंत्रण रेखा से सटे कई इलाक़े शहरों से कट गए है.

प्रशासन भी सतर्क हुआ है. वादी के तापमान में 4 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक मौसम के ऐसा ही बने रहने की आशंका जताई है. इस बार एक महीना पहले हुई बर्फबारी ने कश्मीर के पर्यटन से जुड़े लोगों की उम्मीदों को बढ़ा दिया है. राज्य में गर्मियों का टूरिज्म हिंसा के कारण सूना होने के बाद अब विंटर टूरिज्म से लोगों की सब उम्मीदें बंधी है और उम्मीद है कुदरत मेहरबान रहेगी और हालत और कारोबार दोनों में सुधार दिखेगा.

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