फिल्म दृश्यम में एक मर्डर होता है और सारे गवाह एक ही बात रिपीट करते हैं. उनके बयान में रत्ती भर का फर्क नहीं होता है.
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मुंबई: 2015 में आई अजय देवगन स्टारर फिल्म दृश्यम सुपरहिट रही थी. लेकिन रीयल लाइफ में इसकी कहानी फ्लॉप साबित हुई. दरअसल, मुंबई में एक शादीशुदा महिला ने अपने मायके वालों के साथ मिलकर प्रेमी का पर्फेक्ट मर्डर किया. मर्डर पूरी प्लानिंग के साथ किया गया था. फिल्म दृश्यम की तर्ज पर घर के एक-एक सदस्य का बयान मैच कर रहा था. लेकिन कहते हैं कि गुनाह अपने निशान छोड़ ही जाता है. ये पर्फेक्ट मर्डर मिस्ट्री भी पुलिस ने साल्व कर दी.
फिल्म दृश्यम में एक मर्डर होता है और सारे गवाह एक ही बात रिपीट करते हैं. उनके बयान में रत्ती भर का फर्क नहीं होता है. कुछ ऐसा ही मुंबई के वडाला में भी देखने को मिला. एक कंस्ट्रक्शन साइट पर विजेंद्र कुमार नटके नाम के एक शख्स की लाश मिली थी. लाश के बगल में ही उसके चप्पल करीने से रखे गए थे. पहली नज़र में इन्वेस्टिगेटिव आफिसर को मामला एक्सीडेंटल मौत का लगा. पुलिस को लगा कि शायद शराब के नशे में वो अपनी जान गंवा बैठा था.
जैसे-जैसे जांच आगे बढती गई पुलिस के सामने कुछ नई बातें सामने आई. जांच में पता चला कि विजेंद्र कुमार का काजल पाटिल नाम की एक महिला के साथ अफेयर था. जांच में ये भी पता चला कि ये अफेयर काजल की शादी से पहले से था और शादी के बाद भी बरकरार था. जाहिर है पुलिस की जांच इस एंगल पर फोकस हुई. जांच में सामने आया कि काजल की शादी महाराष्ट्र के कराड में रहने वाले एक बिजनेसमैन से हुई थी. इसके बावजूद विजेंद्र अक्सर कराड उससे मिलने जाया करता था. पुलिस को ये भी पता चला कि मौत से एक दिन पहले विजेंद्र काजल के मायके में मिलने उसके घऱ गया था और वहां उसकी जमकर खातिरदारी की गई थी. लज़ीज खाने के साथ ही काजल ने उसे शराब भी परोसी थी.
जांच में ये भी सामने आया कि शादी के बाद काजल अपने अफेयर से पीछा छुड़ाना चाहती थी लेकिन विजेंद्र उसे मज़बूर कर रहा था. इसके अलावा भी कुछ बातें पुलिस को खटक रही थी. पहली बात ये कि लाश के पास चप्पल बड़े करीने से रखे हुए थे. ज़ाहिर है कोई शराबी इस तरह से अपने चप्पल नहीं रखता. अगर शराब के नशे में वो गिरा होता तो चप्पल इधर-उधर बिखरे हुए होने चाहिए थे. लेकिन सबसे ज्यादा खटकने वाली बात ये थी कि फिल्म दृश्यम की तरह हर कोई एक ही बात रिपीट कर रहा था. यानी सबके बयान बिल्कुल एक जैसे थे.
इस केस में सबकुछ इतना पर्फेक्ट था कि पुलिस को यही बात खटकने लगी. पुलिस ने शक के आधार पर काजल को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया. जो कहानी सामने आई वो इस तरह थी कि 15 जून को काजल ने मुंबई के वडाला में अपने प्रेमी विजेंद्र को खाने पर बुलाया था. खाने में चूहे मारने वाला ज़हर मिला दिया गया था. काजल ने उसे शराब भी परोसी ताकि नशे में विजेंद्र कुछ भांप नहीं सके. कुछ देर बाद ही विजेंद्र की मौत हो गई.
जिसके बाद काजल ने अपने घर वालो के साथ मिलकर लाश को एक कंस्ट्रक्शन साइट पर फेंक दिया. लाश के पास ही उसके चप्पल भी रख दिए गए. अगले दिन पुलिस को जब मृतक की लाश मिली तो फॉरेंसिक जांच में ये बात सामने आई कि मृतक की ज्यादा शराब पीने की वजह से मौत हुई थी. लेकिन सच्चाई ज्यादा देर तक पुलिस से छिपी नहीं रह सकी. पुलिस ने इस मामले में काजल को गिरफ्तार कर लिया.
काजल ने अपने बचाव में सफाई दी कि विजेंद्र उसे काफी परेशान करता था और अपने रिश्ते की खबर उसके पति पर खोल देने की धमकी देता था. वो इसे लेकर काफी परेशान थी और इससे छुटकारा पाने के लिए यही एक रास्ता उसे समझ में आया. हालांकि विजेंद्र के रिश्तेदार काजल की दलील से सहमत नहीं है. फिलहाल काजल पुलिस की कस्टडी में है. बेहद उलझी हुई और पर्फेक्ट प्लानिंग के साथ किए गए इस मर्डर की मिस्ट्री को साल्व करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी. लेकिन कहते हैं कि गुनाह कोई ना कोई अपना निशान छोड़ ही जाता है जो गुनाहगार की गिरफ्तारी की वजह बनता है.