Durga Visarjan Juloos Pathrav News: महाराष्ट्र में मुस्लिम बहुल इलाके से होकर शांतिपूर्ण तरीके से गुजर रहे दुर्गा विसर्जन जुलूस पर दंगाइयों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया. इस घटना में 5 लोग घायल हो गए.
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Stone pelting on Durga Visarjan procession: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में शांतिपूर्ण तरीके से निकाले जा रहे दुर्गा विसर्जन जुलूस के दौरान अचानक तनाव फैल गया. समुदाय विशेष के लोगों ने बिना उकसावे के एकदम पथराव करना शुरू कर दिया. इस घटना से अचानक अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे. घटना में जुलूस में शामिल 5 लोग घायल हो गए. पुलिस ने एक्शन लेते हुए 12 संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया है. गांव में स्थिति अब शांत है और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
समुदाय विशेष ने बरसाने शुरू कर दिए पत्थर
सोनल पुलिस स्टेशन के प्रभारी चंद्रकांत पाटिल के मुताबिक, बावनबीर गांव में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की परंपरा हर साल बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है. इस बार भी पांच दुर्गा मंडल गाँव में जुलूस निकाल रहे थे. प्रत्येक मंडल को निर्धारित मार्ग से गुजरना था और गांव के लोग उत्साहपूर्वक उनका स्वागत कर रहे थे. जुलूस में लोग देवी दुर्गा के भजनों और ढोलक की धुन पर नाच-गाकर उत्सव का आनंद ले रहे थे.
ताज नगर क्षेत्र में पहुंचने पर पहले चार मंडल तो बिना किसी परेशानी के निकल गए. लेकिन जब पांचवां मंडल, जय मल्हार मंडल वहां से गुजर रहा था, तो अचानक कुछ लोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. अचानक पथराव होने से जुलूस में शामिल लोगों और स्थानीय निवासियों में डर और अफरातफरी का माहौल बन गया.
गांव में कई घंटों तक रहा तनाव का माहौल
एसएचओ चंद्रकांत पाटिल ने बताया, समुदाय विशेष के लोगों ने अचानक पत्थरबाजी शुरू कर दी. इसके चलते जुलूस में शामिल पांच लोग घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया.
घायलों को तुरंत नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया. प्राथमिक जानकारी के अनुसार, सभी घायल मामूली चोटों के साथ सुरक्षित हैं और उनकी हालत स्थिर है. इस घटना के बाद गांव में कई घंटों तक तनाव का माहौल बना रहा. स्थानीय लोगों ने बताया कि जुलूस के दौरान अचानक हुई पत्थरबाजी ने पूरे इलाके में डर फैला दिया.
पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया
इस मामले में सोनला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर 12 लोगों को हिरासत में लिया गया. एसएचओ चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि गांव में अब स्थिति नियंत्रण में है. पुलिस टीम गांव में गश्त कर रही हैं और जुलूस मार्गों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें. प्रशासन का कहना है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सभी समुदायों को आपसी सहयोग और समझदारी से काम करना चाहिए.