वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ रणनीति की समीक्षा करेगी सरकार, 8 मई को बैठक
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वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ रणनीति की समीक्षा करेगी सरकार, 8 मई को बैठक

छत्तीसगढ़ के सुकमा में मंगलवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पर हुए नक्सली हमले के बाद गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सरकार नक्सलियों के खिलाफ सेना का इस्तेमाल नहीं करेगी. सुकमा में सोमवार नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों की मौत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को रायपुर में कहा कि वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ रणनीति की समीक्षा की जाएगी 

नक्सलियों से निपटने की नीति की होगी समीक्षा.                                   फोटो-एएनआई

नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के सुकमा में मंगलवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पर हुए नक्सली हमले के बाद गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सरकार नक्सलियों के खिलाफ सेना का इस्तेमाल नहीं करेगी. सुकमा में सोमवार नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों की मौत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को रायपुर में कहा कि वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ रणनीति की समीक्षा की जाएगी 

वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ रणनीति की समीक्षा करेगी सरकार

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को रायपुर में कहा कि वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ रणनीति की समीक्षा की जाएगी तथा जरूरत पड़ने पर उसमें संशोधन भी किया जाएगा। सिंह ने रायपुर के माना स्थित छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के चौथी वाहिनी के मुख्यालय में सुकमा हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और मुख्यमंत्री रमन सिंह तथा वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। बाद में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के बहादुर जवानों का यह बलिदान किसी भी सूरत में व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। इसे चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। इसलिए यह भी फैसला किया गया है कि वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ रणनीति की समीक्षा की जाएगी और जरूरत पड़ने पर इसमें संशोधन भी किया जाएगा। इसके लिए आठ मई को दिल्ली में बैठक बुलाई गई है। इसमें कई राज्यों के अधिकारी शामिल होंगे।

हमला बेहद कायरतापूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण है : राजनाथ

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि सुकमा में वामपंथी उग्रवादियों द्वारा किया गया यह हमला बेहद कायरतापूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण है। मै मानता हूं कि वामपंथी उग्रवादियों द्वारा किया गया यह क्रूरतम संहार है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को अपनी ढाल बनाकर विकास के खिलाफ अभियान छेड़ने की कोशिश उनके द्वारा की जा रही है। लेकिन हम दृढ़ता के साथ कहना चाहेंगे कि इसमे वह किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होंगे। सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार साथ मिलकर कार्रवाई करेंगे, और अब तक जो कार्रवाई की जा रही है, उसके कारण उनके अंदर जो बौखलाहट है उसी का यह परिणाम है। उनके द्वारा यह कार्रवाई हताशा में की गई है।

गृहमंत्री ने कहा कि बर्बर वामपंथी उग्रवादियों द्वारा विकास कार्यों को रोके जाने की कोशिश की जा रही है। सच्चाई है कि वह कभी नहीं चाहते हैं कि जो आदिवासी क्षेत्र हैं या गरीब क्षेत्र हैं उनका विकास हो। आदिवासियों और गरीबों के सबसे बड़े दुश्मन वामपंथी उग्रवादी ही हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में 25 जवानों की जानें गई है तथा सात घायल हुए हैं। जिन बहादुर जवानों ने बलिदान दिया है, उनके प्रति वह श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करते हैं। 

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छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सोमवार को नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 25 जवान शहीद हो गए थे. गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलीरामजीदास चंदन, मुख्यमंत्री रमन सिंह और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने मंगलवार को शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुरकापाल गांव के करीब नक्सलियों ने सीआरपीएफ पर घात लगाकर हमला किया था. चिंतागुफा थाना क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 74वीं बटालियन की दो कंपनियों को बुरकापाल से चिंतागुफा के मध्य बन रही सड़क की सुरक्षा में रवाना किया गया था. दल जब बुरकापाल से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर था तब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद सीआरपीएफ ने भी जवाबी कार्रवाई की.

पुलिस अधिकारी के मुताबिक नक्सलियों ने गांववालों को ढाल बनाकर जवानों को गोली मारी. जवानों के पास इनसास राइफल, एके 47, एसएलआर राइलफल्स थी जबकि नक्सलियों के पास भी कमोबेश ऐसे ही हथिया थे. माओवादियों ने हमले में आईईडी लगी तीरें, देसी बमों का भी इस्तेमाल किया

हिडमा है हमले का मास्टरमाइंड

बताया जा रहा है कि इस साल 11 मार्च को सुकमा में जो हमला हुआ था जिसमें 12 जवान शहीद हुए थे उसका भी मास्टरमाइंड हिडमा ही था. खुफिया एजेंसियां उसके लोकेशन का पता नहीं लगा पा रही है. पीएलजीए की पहली बटालियन (पीएलजीए-1) का मुखिया हिडमा है. 25 साल का हिडमा सुकमा के पालोडी गांव का रहने वाला है. हिड़मा को घात लगाकर हमला करने का मास्टर माना जाता है. हिडमा और उसकी पीएलजीए1 बटालियन पिछले कुछ सालों में सीआरपीएफ पर यहां पर कई बड़े हमले कर चुका है. मैप पर ये नक्सली संगठन बुरकापाल और चिंतागुफा इलाकों में बेहद सक्रिय है.

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राज्य के मुख्यमंत्री ने ली अधिकारियों की आपात बैठक

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सली हमले के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अधिकारियों की आपात बैठक ली तथा स्थिति की समीक्षा की. राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज यहां बताया कि सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुरकापाल में नक्सली हमले की घटना के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की बैठक ली तथा स्थिति की समीक्षा की.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली 

वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली तथा उन्हें घायल जवानों का बेहतर इलाज का निर्देश दिया. वहीं शहीद जवानों के शवों को उनके गृहग्राम तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दल पर घात लगाकर हमला कर दिया है. इस हमले में 25 जवान शहीद हो गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री को आज नई दिल्ली में जैसे ही इस नक्सल वारदात की सूचना मिली, उन्होंने तत्काल अपना पूर्व निर्धारित दिल्ली प्रवास स्थगित कर दिया और आपात बैठक के लिए रायपुर के लिए रवाना हो गए. पूर्व कार्यक्रम के अनुसार सिंह कल 25 अप्रैल को सुबह रायपुर लौटने वाले थे.

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