इराक में भारतीयों की हत्या की खबर बताते हुए सुषमा स्वराज हुईं भावुक, बोलीं- कांग्रेस की संवेदना मर चुकी है?
Advertisement

इराक में भारतीयों की हत्या की खबर बताते हुए सुषमा स्वराज हुईं भावुक, बोलीं- कांग्रेस की संवेदना मर चुकी है?

इराक के मोसुल में 38 भारतीयों की हत्या मामले पर बयान देने के दौरान लोकसभा में शोर-शराबे को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लिया है. 

इराक में भारतीयों की हत्या की खबर बताते हुए सुषमा स्वराज हुईं भावुक, बोलीं- कांग्रेस की संवेदना मर चुकी है?

नई दिल्ली: इराक के मोसुल में 38 भारतीयों की हत्या मामले पर बयान देने के दौरान लोकसभा में शोर-शराबे को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लिया है. सुषमा स्वराज ने कहा, 'मैं बेहद आहत हूं कि मैं 38 लोगों की मौत की खबर बताने आई थीं, लेकिन शोर शराबे के चलते मैं लोकसभा में इसपर कुछ बोल नहीं सकी. मुझे सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि इस शोर शराबे का नेतृत्व कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया कर रहे थे. मैं पूछना चाहती हूं कि क्या कांग्रेस की संवेदना मर चुकी है.'

  1. इराक में मारे गए 39 भारतीयों की सूचना देने प्रेस के सामने पहुंची सुषमा स्वराज
  2. लोकसभा में कांग्रेस के हंगामे के चलते सूचना नहीं दे पाने के चलते जताई नाराजगी
  3. कहा, सरकार बिना पक्के सबूत के किसी के मृत होने की घोषणा नहीं कर सकती है

सुषमा ने इराक में मारे गए भारतीयों के संबंध में उनके बयान को लोकसभा में कांग्रेस द्वारा बाधित किए जाने को घटिया राजनीति करार दिया. कहा कि 39 भारतीयों के मारे जाने की घोषणा सबूत मिलने के बाद ही की गई है. कांग्रेस को इस बात का जवाब देना होगा कि लोकसभा कार्यवाही को उस समय बाधित क्यों किया गया, जब मुझे इराक में मारे गए 39 भारतीयों की जानकारी देनी थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि भारतीय इराक में मारे गए हैं। कोई सरकार बिना सबूत के किसी को मृत घोषित नहीं कर सकती.

सुषमा स्वराज ने बताया कि उन्होंने परिजनों से पहले संसद में इस बात का जिक्र इसलिए किया क्योंकि मैंने लोकसभा में ही कहा था कि अगर मुझे इस बात का जानकारी मिलेगी और अगर उस वक्त संसद की कार्यवाही चल रही होगी तो मैं यहीं आकर इसकी सूचना दूंगी. अगर संसद नहीं चल रहा होता तो मैं इस बात की जानकारी ट्विटर पर देती.

ये भी पढ़ें: सुषमा स्वराज के बयान पर खुद के बचाव में उतरे हरजीत, सरकार पर लगाया बरगलाने का आरोप

उन्होंने कहा कि मैंने जो बात आज संसद को बताई है वह मुझे आज ही इराक के संगठन से मिली है. मैंने 2014 और 2017 में लोकसभा में कहा था कि जब तक मैं 39 भारतीयों की मौत को लेकर आश्वस्त हो नहीं हो जाती तब तक देश के सामने कुछ नहीं कहूंगी. मैं हमेशा अपने स्टैंड पर कायम रहूंगी.

ये भी पढ़ें: 12वें दिन भी हंगामे के कारण स्थगित हुई लोकसभा की कार्यवाही, सुषमा नहीं दे पाईं पूरा बयान

मालूम हो कि मोसुल से सरकार ने 39 शवों को बरामद किया है, जिसमें से 38 शवों का डीएनए टेस्ट से पुष्टि हो चुकी है. उन्होंने बताया कि जिन शवों की शिनाख्त हुए हैं उनमे से 27 पंजाब, 4 हिमाचल प्रदेश, 6 बिहार और 2 पश्चिम बंगाल से हैं. हालांकि बिहार के एक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है. बिहार के राजू यादव के शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है.

ये भी पढ़ें: कौन है हरजीत मसीह, जिसने सुषमा को लापता 39 भारतीयों के बारे में बताई झूठी कहानी?

सुषमा स्वराज ने बताया कि प्लेन से शवों को चंडीगढ़ लाया जाएगा. इसके बाद इस प्लेन को हिमाचल फिर इसे पटना ले जाया जाएगा. आखिर में यही प्लेन पश्चिम बंगाल जाएगा और परिजनों को शव सौंपा जाएगा. मैं मृतकों के परिजनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैंने आपसे कभी सच्चाई नहीं छुपाया. मैंने जब सबूत एकत्र कर लिए तो आपके सामने आया हूं. शव से बेहतर सबूत कुछ नहीं हो सकते हैं.

ये भी पढ़ें: बांग्लादेशियों को छोड़ा हिन्दुस्तानियों का किया कत्लेआम, पढ़ें सुषमा स्वराज के भाषण की 21 बातें

उन भारतीयों से जान बचाकर देश लौटे हरजीत मसीह के बयान पर विदेश मंत्री ने कहा कि वह एक व्यक्ति है, हम सरकार हैं. केवल एक व्यक्ति के बयान पर हम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते थे. हमने डीएनए टेस्ट के आधार पर शवों पुष्टि की है.

Trending news