सुषमा स्वराज आज से चीन की यात्रा पर, विदेश सचिव भी होंगे साथ
Advertisement

सुषमा स्वराज आज से चीन की यात्रा पर, विदेश सचिव भी होंगे साथ

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज चार दिन की चीन यात्रा पर रवाना हो रही हैं और इस दौरान वह चीन में अपने समकक्ष वांग यी के साथ उन मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगी जो दोनों देशों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। इसके साथ ही वह रूस-भारत-चीन (आरआईसी) बैठक में शामिल होंगी।

सुषमा स्वराज आज से चीन की यात्रा पर, विदेश सचिव भी होंगे साथ

नई दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज चार दिन की चीन यात्रा पर रवाना हो रही हैं और इस दौरान वह चीन में अपने समकक्ष वांग यी के साथ उन मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगी जो दोनों देशों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। इसके साथ ही वह रूस-भारत-चीन (आरआईसी) बैठक में शामिल होंगी।

सुषमा के साथ नए विदेश सचिव एस जयशंकर तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी होंगे। यह विदेश सचिव के रूप में जयशंकर की पहली विदेश यात्रा होगी। दो दिन पहले सुजाता सिंह का कार्यकाल अचानक समाप्त करते हुए जयशंकर को नया विदेश सचिव नियुक्त किया गया था। जयशंकर 2013 में अमेरिका का राजदूत नियुक्त किए जाने के पहले करीब चार साल तक चीन में भारतीय राजदूत रहे थे।

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की तीन दिवसीय भारत यात्रा के हफ्ते भर के अंदर सुषमा की यह यात्रा हो रही है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सुषमा अपनी यात्रा के दौरान अपने चीनी समकक्ष के साथ उन द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगी जो दोनों पक्षों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं ।

दोनों पक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इसी साल बाद में यात्रा की संभावना भी तलाश करेंगे। पिछले साल मोदी सरकार के कार्यभार संभालने के तुरंत बाद चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और वांग ने भारत की यात्रा की थी।

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बीजिंग में कहा है कि दोनों पक्ष सुषमा की यात्रा को काफी महत्व देते हैं। उन्होंने कहा कि दो सबसे बड़े विकासशील देशों और प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच द्विपक्षीय संबंध काफी ठोस और सतत तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, हमारे सहयोग में प्रगति हुयी है। हम विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग और परस्पर राजनीतिक भरोसा बढ़ा रहे हैं।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आरआईसी बैठक में भी भाग लेंगी। इस बैठक में चीन और रूस के विदेश मंत्री भी भाग लेंगे। पहले यह बैठक अगस्त में होनी थी लेकिन सुषमा ने अपनी यात्रा रद्द कर दी थी जो मोदी की जापान यात्रा के ठीक पहले होनी थी। सुषमा की यात्रा चीन की इस टिप्पणी की पृष्ठभूमि में हो रही है जिसमें उसने विभिन्न मुद्दों पर भारत और अमेरिका के बीच मतभेदों की चर्चा करते हुए ओबामा की यात्रा को बेमेल मेलमिलाप बताया था।

चीन की सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने एक आलेख में कहा कि दो बड़े देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे मतभेद उतने ही विशाल है जितनी उनके बीच की दूरी है और तीन दिवसीय यात्रा व्यावहारिक से ज्यादा सांकेतिक है। सुषमा दूसरे भारत-चीन उच्चस्तरीय मीडिया फोरम का भी उद्घाटन करेंगी और अपनी यात्रा के दौरान बीजिंग में विजिट इंडिया ईयर की शुरुआत करेंगी। वह त्रिपक्षीय आरआईसी बैठक से इतर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी मुलाकात करेंगी।

 

Trending news