Tamil Nadu News: करूर भगदड़ मामले में 41 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन इन में से सिर्फ 39 परिवारों को ही अब तक टीवीके पार्टी की तरफ से मुआवजा मिल पाया है.
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Karur stampede Case: तमिलनाडु के करूर शहर में हुई भगदड़ में 41 लोगों की जान चली गई थी. अब इस घटना के तकरीबन 3 हफ्ते बाद, एक्टर से नेता बने विजय की पार्टी तमिझागा वेत्री कज़गम (TVK) ने मुआवजे का ऐलान किया. 39 पीड़ित परिवारों के बैंक अकाउंट में 20-20 लाख रूपये की सहायता राशि जमा कर दी गई.
कब हुई थी ये घटना?
ये घटना 27 सितंबर को करूर में टीवीके के एक रैली के दौरान हुई, जहां विजय एक विशाल सभा को संबोधित कर रहे थे. भारी भीड़ और अराजक माहौल के बीच, बच्चों सहित 41 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए थे
राज्य सरकार की तरफ से भी मुआवजा
इस ट्रैजेडी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया और आयोजकों के भीड़ प्रबंधन की खूब आलोचना हुई. घटना के बाद, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन (MK Stalin) ने राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया.
41 में से 2 पीड़ित परिवारों को क्यों नहीं मिल सका मुआवजा?
टीवीके ने अलग से हर पीड़ित परिवार के लिए 20 लाख रुपये और हर घायल को 2 लाख रुपये की राहत राशि देने का वादा किया. पार्टी सूत्रों ने शनिवार को पुष्टि की कि राहत राशि अब 39 पीड़ित परिवारों के बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए क्रेडिट कर दी गई है. हालांकि, बताया गया है कि 2 परिवारों पृथिका (Prithika) और चंद्रा (Chandra) को अभी तक वित्तीय सहायता नहीं मिली है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने दावा किया कि पेंडिंग मामले अधूरे दस्तावेजो के कारण हैं और आश्वासन दिया कि बाकी पेमेंट जल्द ही कर दिए जाएंगे.
पीड़ित परिवारों से मिल सकते हैं विजय
एक्टर विजय के निजी दौरे से पहले सहायता राशि ट्रांसफर करने का पार्टी का फैसला ये सुनिश्चित करने के मकसद से था कि पीड़ित परिवारों को तुरंत मदद मिले. रिपोर्टों के मुताबिक, विजय दीपावली के बाद करूर में पीड़ित परिवारों से मिलने का इरादा रखते हैं.
जश्न न मनाने के निर्देश
इस बीच, टीवीके लीडरशिप ने अपने कार्यकर्ताओं को पीड़ितों के सम्मान में पार्टी के नाम पर दीपावली समारोह आयोजित न करने का निर्देश दिया है. टीवीके महासचिव एन आनंद (N Anand) की तरफ से जारी एक सर्कुलर में, स्थानीय कार्यकारिणी को फेस्टिव वीकेंड के दौरान किसी भी सार्वजनिक उत्सव या पार्टी-ब्रांडेड समारोह से दूर रहने का निर्देश दिया गया है.
राजनीतिक रैली की पोल खोलती करूर ट्रैडेजी
करूर त्रासदी का साया टीवीके के जनसंपर्क कार्यक्रमों पर बना हुआ है. हालाँकि पार्टी का कहना है कि भगदड़ एक "दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना" थी, लेकिन राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में कार्यक्रम की सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण और जिम्मेदारी को लेकर सवाल अभी भी चर्चा में हैं.
(इनपुट-आईएएनएस)