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नई दिल्लीः बिहार में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन की सरकार के इकलौत मुस्लिम मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद द्वारा विधानसभा में जय श्रीराम बोलने के खिलाफ जो जारी हुआ फतवा मंत्री के माफी मांगने के बाद वापस ले लिया गया है. लेकिन जय श्री राम बोलने पर मचे इस घमासान के बीच मशहूर मुस्लिम लेखक तारिक फतेह ने ट्वीट करते हुए जय श्री राम लिखा. जय श्री राम लिखने के साथ ही इस पर आपत्ति जताने वाले मुसलमानों को तारिक ने ये भी लिखा कि अब जाओ..जो करना है कर लो.
तारिक फतेह का ये ट्वीट उस वक्त आया जब मीडिया में खबर फैली कि इस्लाम से निकालने का फतवा जारी होने के बाद नीतीश सरकार के मंत्री खुर्शीद अहमद ने इसपर माफी मांगी है. तारिक फतेह का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ट्वीट करने के महज चंद घंटों में ही इसे तीन हजार से ज्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका है.
तारिक फतेह (Tarek Fatah) ने अपने ट्वीट में लिखा...
"Jai Shree Ram"
Abb jao, Jo ukharna hai, ukhar lo.
— Tarek Fatah (@TarekFatah) July 30, 2017
तारिक फतेह के ट्वीट को काफी पसंद किया जा रहा है. बहुत से मुस्लिम यूजर्स तारिक के इस ट्वीट की सराहना करते हुए लिख रहे हैं कि जिन लोगों को मजहब के नाम पर समाज में दीवार खड़ी करनी है वो करते रहें, हमें तो जय श्री राम बोलने में कोई परेशानी नहीं है. हिंदू यूजर्स भी तारिक के इस ट्वीट को सराह रहे हैं.
A proud Muslim and Pakistani, Jai Shri Ram!
It has cost me nothing to set a smile over several faces!— Ijlal Khan Jadoon (@Jadoonism) July 30, 2017
कुछ मुस्लिम यूजर्स ऐसे भी हैं जो उर्दू भाषा में नफरत भरी बातें लिख रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ खुद तारिक फतेह ने मोर्चा खोल रखा है. तारिक इस तरह के ट्वीट्स को रिट्वीट कर उनको सबक सिखाने का काम कर रहे हैं.
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम, सबको सन्मति दे भगवान...
— समीरा (@iloveindiatoo) July 31, 2017
आपको बता दें कि तारिक फतेह मशहूर लेखक और पत्रकार हैं. तारिक मूल रूप से पाकिस्तान के कराची के हैं. तारिक इस्लामी अतिवाद के खिलाफ बोलने और एक उदारवादी इस्लाम के पक्ष को बढ़ावा देने के लिये प्रसिद्ध हैं.
नीतीश के एक मात्र मुस्लिम नेता ने मांगी माफी
रविवार को बिहार विधानसभा में 'जय श्री राम' का नारा लगाने वाले जनता दल-यूनाइटेड के मंत्री खुर्शीद अहमद ने माफी मांग ली. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट में खुर्शीद एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं. बिहार विधानसभा में 28 जुलाई को जेडीयू-बीजेपी गठबंधन ने जैसे ही विश्वास मत हासिल किया वैसे ही खुर्शीद ने 'जय श्रीराम' का नारा लगाया था. खुर्शीद के इस नारे से मुस्लिम संगठन और इमाम नाराज हो गए. इस नारे को लेकर उनके खिलाफ फतवा भी जारी हुआ था.
रविवार को नीतीश कुमार के आवास पर जद-यू अल्पसंख्यक बोर्ड की बैठक हुई. इस दौरान अल्पसंख्यक नेता खुर्दीश पर भड़क गए और उनसे माफी की मांग की. अल्पसंख्यक नेताओं की नाराजगी को देखते हुए खुर्शीद ने नीतीश कुमार के सामने माफी मांगी.