Pahalgam Terrorist attack: 'मेरे पति को सिर में गोली लगी है', आतंकी हमले से थर्राया कश्मीर का पहलगाम, 28 टूरिस्ट्स की मौत
Advertisement
trendingNow12726772

Pahalgam Terrorist attack: 'मेरे पति को सिर में गोली लगी है', आतंकी हमले से थर्राया कश्मीर का पहलगाम, 28 टूरिस्ट्स की मौत

Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, दहशतगर्दों के इस हमले में 28 टूरिस्ट्स की मौत होने की खबर है. सेना ने इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. दहशतगर्दों ने पर्यटकों पर ये फायरिंग बैसरंग इलाके में की है.

Pahalgam Terrorist attack: 'मेरे पति को सिर में गोली लगी है', आतंकी हमले से थर्राया कश्मीर का पहलगाम, 28 टूरिस्ट्स की मौत

Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, दहशतगर्दों के इस हमले में 28 टूरिस्ट्स की मौत होने की खबर है. सेना ने इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. दहशतगर्दों ने पर्यटकों पर ये फायरिंग बैसरंग इलाके में की है. हालांकि, इस हमले पर अबी तक कोई आधिकारिक रूप से बयान नहीं आया है. वहीं, सूत्रों ने बताया कि इलाके में फायरिंग की आवाज भी सुनी गई है. हमले में घायल दो पर्यटकों की हालत गंभीर बताई जा रही है. 

'मेरे पति को सिर में गोली लगी है'
वहीं, एक महिला ने बताया, 'मेरे पति को सिर में गोली लगी है, जबकि सात अन्य लोग भी हमले में घायल हुए हैं.' महिला ने अपनी पहचान नहीं बताई, लेकिन घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाने में मदद की गुहार लगाई. पुलिस के एक सीनियर अफसर ने यहां बताया कि इससे थोड़ी देर पहले, गोलियों की आवाज सुनने के बाद सुरक्षा बल पहलगाम में बायसरन घाटी पहुंचे. 

बता दें कि इस साल जुलाई से अमरनाथ यात्रा भी शुरु होने वाली है. इससे पहले 14 अप्रैल को सुरक्षा बलों ने किश्तवाड़ जिले के छत्रू वन क्षेत्र में करीब 25 दिनों तक चले आतंकवाद विरोधी अभियान के बाद एक कई आतंकवादी ठिकाने का पता लगाया था. 

किश्तवाड़ में हाई-टेक आतंकी अड्डे का भंडाफोड़ 
पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला यह ठिकाना लंबे वक्त से चल रहा था, जो संचार के लिए बेहद ही सुसज्जित था. अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए आतंकवादियों ने छत्रू के घने जंगलों में एक ठिकाना बनाया था, जिसमें ज़रूरी बचाव उपकरण, समेत धार्मिक किताब और 10 से 15 दिनों के लिए पर्याप्त खाद्य आपूर्ति शामिल थी.

सबसे खास बात
सबसे खास बात यह है कि इस ठिकाने में एक काम करने वाला वाई-फाई सेटअप, सोलर पैनल, जीपीएस डिवाइस और यहां तक ​​कि एक छुपा हुआ भूमिगत भागने का रास्ता भी शामिल था, जो लंबे वक्त तक छिपे रहने के लिए एक अत्यधिक समन्वित योजना को उजागर करता है. (एजेंसी इनपुट के साथ)

यह भी पढ़ें- आतंकियों ने पूछा नाम, हिंदू होने पर मार दी गोली, पहलगाम हमले पर बोले घायल

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news

;