Trending Photos
नई दिल्ली : किसी देश का प्रधानमंत्री दूसरे देश के दौरे पर जाता है तो वह उस देश के नेताओं और राजनायिकों से मिलता है, लेकिन मलेशिया के प्रधानमंत्री तो रजनीकांत के फैन हैं. मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक और दक्षिण भारतीय सुपरस्टार रजनीकांत की मुलाकात को लेकर काफी उत्साहित थे. नजीब रजाक अपनी पत्नी पत्नी रोस्माह मंसूर के साथ भारत आए हुए हैं और गुरूवार को वो चेन्नई में रजनीकांत से मिलने उनके घर भी पहुंचे.
खुद को तमिल फिल्मों का बड़ा प्रशंसक बताते हुए मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने कहा ‘‘मैं इस बात के लिए बेहद उत्सुक हूं कि कबाली के सीक्वल की शूटिंग मलेशिया में की जाए.’’ छह दिवसीय दौरे पर बृहस्पतिवार को चेन्नई पहुंचे नजीब ने कल रजनीकांत से उनके घर में मुलाकात की और आम प्रशंसक की तरह उनके साथ सेल्फी भी ली. कबाली में रजनीकांत मुख्य भूमिका में हैं.
Who doesn’t know @superstarrajini ? Happy to meet the superstar in person today. pic.twitter.com/zGmnyeckrt
— Mohd Najib Tun Razak (@NajibRazak) March 31, 2017
इसके बाद रजनीकांत ने भी एक ट्वीट किया.
I am extremely happy to have met an excellent, friendly and warm person today ... The Honourable Prime Minister of Malaysia @NajibRazak ji pic.twitter.com/5Ui4oQaS6c
— Rajinikanth (@superstarrajini) March 31, 2017
बता दें कि नजीब और उनकी पत्नी दातिन श्री रोस्माह मनसोर बॉलीवुड और तमिल फिल्मों के दीवाने हैं. नजीब ने कहा ‘‘मलय भाषा में संस्कृत के कई शब्द हैं. हमारा खानपान, हमारी संस्कृति, मनोरंजन, बॉलीवुड की फिल्में, तमिल फिल्में .. मैं तो तमिल फिल्मों का बड़ा फैन हूं. मैंने चेन्नई का दौरा किया.’’ वर्ष 2016 में रिलीज हुई कबाली भारत में और विदेशों में सुपरहिट रही थी.
मलेशिया के पीएम नाजिब रजाक और उनकी पत्नी भारतीय सिनेमा के फैन हैं. वह हिन्दी, तमिल और अन्य भारतीय भाषाओं की फिल्में भी देखते हैं. बता दें करीब एक दशक पहले बॉलिवुड स्टार शाहरुख खान को मलेशिया में ‘डेटो’ अवॉर्ड से नवाजा गया था. यह अवॉर्ड मलेशिया के लिए ऐसे ही है जैसे कि भारत में पद्मश्री अवॉर्ड है.
बता दें कि तमिल के सुपरस्टार रजनीकांत ने मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब से मिलने की इच्छा पिछले साल तब जताई थी जब वो मलेशिया में अपनी हिट फिल्म कबाली की शूटिंग कर रहे थे.
ये फिल्म माफिया गैंगवॉर से जुड़ी थी. मलेशिया ने इस फिल्म की एक ख़ास संस्करण अलग तरह के अंत के साथ रिलीज किया था, मलेशिया नेशनल फिल्म के सेंसर बोर्ड ने फिल्म के अंत में नैतिकता के आधार पर ये संदेश देने के लिए कि जुर्म करना ठीक नहीं है, कबाली का अंत बदलने को कहा था. इससे पहले मलक्का और कुआलालंपुर में फिल्म की शूटिंग के दौरान रजनीकांत को देखने भारी भीड़ जुटी थी.