नई दिल्ली: रामनगर हल्द्वानी फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के फतेहपुर रेंज में एक आदमखोर बाघ ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. अब तक यह बाघ छह लोगों को अपना निवाला बना चुका है और अब आखिरकार वन विभाग ने इस बाघ को मारने के लिए तीन शिकारी भेजे हैं जो कि हल्द्वानी शहर से सटे जंगलों में पहुंच चुके हैं. दरअसल फतेहपुर रेंज के अंतर्गत आदमखोर बाघ की दस्तक से लोग खौफजदा हैं और लोग बाघ की वजह से दहशत में जी रहे हैं. 


60 कैमरों को दे चुका चकमा


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आपको यह सुनकर आश्चर्य होगा कि बाघ 60 कैमरों को भी चकमा दे चुका है. वन विभाग ने बाघ को पकड़ने की कई कोशिशें की हैं मगर सभी कोशिशें विफल रही हैं. ऐसे में अब वन विभाग ने शिकारियों पर अपना भरोसा जताते हुए उनको बाघ को पकड़ने के आदेश दे दिए हैं. बता दें कि बाघ को मारने के लिए तीन एक्सपर्ट शिकारी पहुंच चुके हैं जिनमें से एक इंटरनेशनल शूटर भी है.


ट्रेंकुलाइजर गन के साथ जंगलों में शिकारी


यह बाघ दिसंबर से लेकर अब तक कम से कम छह लोगों को अपना निवाला बना चुका है. फॉरेस्ट विभाग ने इंसानों को अपना शिकार बनाने वाले बाघ को आदमखोर घोषित कर दिया है और अब इस बाघ को मारने के लिए विशेषज्ञ शिकारियों की टीम तैनात की गई है, जिनको हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश से बुलाया गया है. यह तीनों शिकारी फतेहपुर से लेकर दमुवाढुंगा और भदूनि के जंगलों में ट्रेंकुलाइजर गन के साथ आदमखोर बाघ की तलाश में जुट गए हैं. फतेहपुर रेंज के अंदर जितने भी लोगों को बाघ ने शिकार बनाया है, वह जंगल के भीतर ही बनाया है.


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इन लोगों को बनाया निवाला 


जिन लोगों को शेर ने अपना शिकार बनाया उनमें से अधिकांश लोग या तो जंगल में घूमने के लिए जा रहे थे या फिर घास काटने के लिए. हालांकि बाघ ने आबादी वाले इलाके में अभी तक किसी को भी अपना निवाला नहीं बनाया है. मगर आदमखोर बाघ की तलाश के लिए एक हाथी, तीन शिकारी 8 पिंजड़े, 60 कैमरा ट्रैप और 3 डॉक्टर लगा दिए गए हैं.


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