सूर्य नमस्कार का विरोध करने वाले समुद्र में डूब जाएं या अंधेरी कोठरी को ठिकाना बना लें: बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ
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सूर्य नमस्कार का विरोध करने वाले समुद्र में डूब जाएं या अंधेरी कोठरी को ठिकाना बना लें: बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ

भाजपा के तेजतर्रार नेता योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी से एक बार फिर विवाद पैदा हो गया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सूर्य नमस्कार का विरोध करने वालों को समुद्र में डूब जाना चाहिए।

सूर्य नमस्कार का विरोध करने वाले समुद्र में डूब जाएं या अंधेरी कोठरी को ठिकाना बना लें: बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ

वाराणसी : भाजपा के तेजतर्रार नेता योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी से एक बार फिर विवाद पैदा हो गया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सूर्य नमस्कार का विरोध करने वालों को समुद्र में डूब जाना चाहिए।

21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दौरान सूर्य नमस्कार को शामिल किए जाने के खिलाफ कुछ अल्पसंख्यक समूह विरोध कर रहे हैं। गोरखपुर के सांसद ने कहा कि सूर्य ऊर्जा का स्रोत है जिससे हमें जिंदगी मिलती है। जो कोई भी सोचता है कि सूर्य सांप्रदायिक है, तो मैं उससे विनम्रता पूर्वक आग्रह करना चाहूंगा कि समुद्र में जाकर डूब जाएं या फिर अंधेरी कोठरी को ठिकाना बना लें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में सोमवार को एक धार्मिक कार्यक्रम में भाजपा नेता ने कहा कि भगवान सूर्य ने जाति, नस्ल या धर्म के आधार पर किसी को अपने प्रकाश से वंचित नहीं किया है। इसके बावजूद अगर वे सूर्य को सांप्रदायिक बताते हैं, मुझे उनकी सोच पर हंसी आती है।

अपने बयानों से अक्सर विवाद पैदा करने वाले भगवा नेता ने कहा कि और मेरा उनसे अनुरोध है कि उन्हें सूर्य की रोशनी या उसकी गर्मी नहीं लेनी चाहिए। आदित्यनाथ की टिप्पणी से पहले ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा था कि स्कूलों में सूर्य नमस्कार और योग को शामिल किये जाने के खिलाफ वह उच्चतम न्यायालय का रुख करेगा।

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने भाजपा नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सांप्रदायिक दरार पैदा करना चाहते हैं और जोर दिया कि कोई भी अपनी मान्यताओं को दूसरे नागरिकों पर थोप नहीं सकता। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आदित्यनाथ की टिप्पणी का मजाक बनाते हुए कहा कि कई लोगों को अब अपना बैग पैक करना होगा। कांग्रेस नेता रीता बहुगुणा ने कहा कि जब भी वह (आदित्यनाथ) बोलते हैं, जहर उगलते हैं। उन्होंने सांप्रदायिक बयान देकर सांप्रदायिक दरार पैदा करने की कोशिश की है। यह कहने का क्या औचित्य है कि जो ऐसा नहीं करना चाहते उन्हें देश से बाहर चले जाना चाहिए। समाजवादी पार्टी के गौरव भाटिया ने याद दिलाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल में अपने पार्टीजन से कहा था कि इस तरह के बयान बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे।

उन्होंने कहा कि एक बार फिर हम आदतन भड़काऊ बयान देने वाले योगी आदित्यनाथ को ऐसे बयान देते सुन रहे हैं। हमारे देश में हर किसी को अपना धर्म और अपनी मान्यता मानने का अधिकार है और कोई भी किसी नागरिक को अपनी मान्यता मानने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। आदित्यनाथ के बयान पर टिप्पणी करते हुए उमर ने ट्विटर पर कहा कि भारत में भीड़-भाड़ का समाधान आ गया है, अब हममें से कई लोगों को बैग पैक करना होगा। एक तीर दो शिकार।

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