देश में कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) शुरू होने पर कुछ ही दिन शेष बचे हैं. उससे पहले सरकार ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि लोगों को कोरोना का टीका लगवाने में पसंद का विकल्प चुनने का अवसर नहीं दिया जाएगा.
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नई दिल्ली: देश में 16 जनवरी से शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) से पहले सरकार ने टीके पर स्थिति स्पष्ट की है. सरकार ने मंगलवार को संकेत दिया कि लोगों को मंजूर की गई कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (CoVaccine) में से एक को चुनने का विकल्प नहीं मिलेगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेस वार्ता में कहा,‘विश्व में कई जगहों पर कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के एक से ज्यादा टीके इस्तेमाल हो रहे हैं. लेकिन वर्तमान में किसी भी देश में टीका लेने वालों को अपनी पसंद का विकल्प चुनने का मौका नहीं दिया जा रहा है. इसलिए हम लोगों से कोविड-19 के संबंध में उचित व्यवहार का पालन करने का अनुरोध करते हैं. ’
भूषण ने कहा कि मंगलवार दोपहर तक निर्धारित राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय भंडारण केंद्र तक कोविड-19 टीके की 54.72 लाख खुराक पहुंचा दी गई हैं. इस तरह शनिवार से टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि 14 जनवरी तक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से 1.1 करोड़ और भारत बायोटेक से 55 लाख खुराक मिल जाएंगी.
भूषण ने कहा कि 28 दिन के अंतराल पर टीके (Corona Vaccine) की दूसरी खुराक दी जाएगी और इसका असर 14 दिनों के बाद दिखेगा. पहले चरण में करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों और कोरोना योद्धाओं को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाएगा. भारत ने हाल में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के ‘कोविशील्ड’ (Covishield) और भारत बायोटेक के ‘कोवैक्सीन’ (CoVaccine) के टीके को आपात स्थिति में इस्तेमाल करने को मंजूरी दी थी.
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नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी. के. पॉल ने कहा कि इन दोनों टीकों का हजारों लोगों पर परीक्षण किया गया है. ट्रायल में दोनों टीके सुरक्षित पाए गए हैं और उनसे कोई खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि इन टीकों का साइड इफेक्ट नगण्य पाया गया है.
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