महाराष्ट्र: चंद्रपुर के ताडोबा रिजर्व फॉरेस्ट में बाघिन मीरा की मौत, सामने आई ये वजह
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महाराष्ट्र: चंद्रपुर के ताडोबा रिजर्व फॉरेस्ट में बाघिन मीरा की मौत, सामने आई ये वजह

इस फेमस रिजर्व फॉरेस्ट में कई सैलानी बाघों को देखने आते हैं.

दो साल की बाघिन मीरा. (फाइल फोटो)

चंद्रपुर: महाराष्ट्र के चंद्रपुर ताडोबा रिजर्व फॉरेस्ट में दो साल की बाघिन मीरा की मौत हो गई है. ताडोबा के एक तालाब के पास सोमवार (7 अक्टूबर) सुबह मीरा का शव मिला. दो दिन पहले बाईसन गौर के हमले में वह घायल हो गई थी. इसी वजह से उसकी मौत हो गई.

दो दिन पहले बाघिन माया और उसके दो शावक ताडोबा के तालाब परिसर में बाईसन गौर का शिकार कर रहे थे, तभी इस बाईसन गौर के सींग माया की एक शावक मीरा की छाती और पेट में घुस गए. इसकी जानकारी मिलते ही ताडोबा प्रशासन ने रेकी कर उसकी खोज शुरू की थी. जब तक वन अधिकारी किसी निष्कर्ष तक पहुंचते, इससे पहले शावक बाघिन की मौत की खबर मिली.

ताडोबा प्रशासन के अनुसार, सुबह ताडोबा तालाबा के परिसर में शावक मीरा बाघिण का शव मिला. ताडोबा टायगर रिजर्व फॉरेस्ट में कई सैलानी बाघों को देखने आते हैं. यहां माया बाघिन और उसके शावकों को भी देखने पर्यटक आते थे. इन्हीं शावकों में शामिल मीरा की बाईसन गौर के हमले में मौत हुई है. बाईसन गौर काले लोम से ढका जानवर होता है, जो भारत के जंगलों में सबसे अधिक पाया जाता है.

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